जबलपुर।हाजी शमीम के कबाड़ के गोदाम में हुए विस्फोट में कितने लोग मारे गए हैं. इसकी अब तक प्रशासन पुष्टि नहीं कर पाया है. अभी तक यह भी तय नहीं हो पाया है कि यह विस्फोट हुआ कैसे और इसमें सिलेंडर या बम क्या ब्लास्ट हुआ है. हालांकि मौके पर पुलिस राजस्व विभाग फॉरेंसिक विभाग के अलावा ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया की टीम में भी पहुंची है. अभी यह जांच चल रही है कि विस्फोट कैसे हुआ और किस चीज में विस्फोट हुआ. इसके बाद यहां सफाई का काम शुरू होगा. तब पता लग पाएगा कि इस विस्फोट में कितने लोग मारे गए.
खजूरी खिरिया बाईपास पर गोदाम में विस्फोट हुआ. उसमें कितने लोग मारे गए हैं. इसकी सही-सही जानकारी अभी किसी के पास नहीं है, क्योंकि प्रशासन की पहली प्राथमिकता इस बात को जांच करने की है कि आखिर विस्फोट हुआ कैसे और विस्फोट में क्या फटा.
1 किलोमीटर दूर सीसीटीवी में दिखा
विस्फोट का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. उसमें लगभग 1 किलोमीटर दूर एक सीसीटीवी में ये ब्लास्ट होते हुए नजर आ रहा है. जब यह ब्लास्ट हुआ तो धुएं का गुब्पार बहुत बड़े पैमाने पर ऊपर उठता हुआ नजर आ रहा है. 1 किलोमीटर दूर लगे सीसीटीवी कैमरे के सामने की रॉड्स हिलती नजर आ रही है. जो इस बात का अंदाजा देती है कि इतनी दूर तक इस ब्लास्ट की धमाके की वजह से जो तरंगे उत्पन्न हुई थी. उसने इस पूरे इलाके को हिला कर रख दिया था.
आयुध निर्माणी खमरिया की टीम मौके पर पहुंची
आयुध निर्माणी खमरिया की टीम भी गोदाम में जांच के लिए पहुंची है, क्योंकि यहां जो कबाड़ मिला है, उसमें बम के कुछ खाली खोखे मिले हैं और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया का कबाड़ का सामान भी यहां पर मिला है. इसलिए ऐसी संभावना भी जताई जा रही है कि हो सकता है किसी खाली खोखे में बारूद भरी रही हो और उसे काटते समय यह ब्लास्ट हो गया हो.
खाली सिलेंडर के टुकड़े भी मिले
गोदाम के मलबे में कुछ खाली सिलेंडर भी मिले हैं, जो फटे हुए हैं. इससे इस बात का अंदाजा भी लगाया जा रहा है. इस गोदाम में एलपीजी गैस के सिलेंडर और ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर थे. जिनका इस्तेमाल लोहे के टुकड़े काटने के लिए होता था, तो यह संभावना भी जताई जा रही है कि एक के बाद एक कई सिलेंडर फट गए और यह विस्फोट हो गया.