जबलपुर.शहर की ये डिजिटल गैंग (Digital gang) सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर अपने विरोधियों को अपना पावर इस कदर दिखाते थे, जिसे देख पुलिस भी हैरान है. मारपीट से लेकर हथियारों के कई वीडियोज इस गैंग ने लोगों को डराने के लिए सर्कुलेट किए थे पर अब ये जबलपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं. छोटी उम्र में ही गैंगस्टर बनने की हसरत पाले इन आरोपियों तक साइबर एक्सपर्ट पहुंच गए और अब जल्द ऐसी ही कई डिजिटल गैंग पुलिस की गिरफ्त में होंगी.
गैंगस्टर बनने की हसरत इसलिए बनाई डिजिटल गैंग
दरअसल, जबलपुर में आतंक फैलाने वाले नई उम्र के बदमाशों के खिलाफ पुलिस द्वारा विशेष अभियान शुरू किया गया है. बीते दिनों लगातार हुए अपराधों के चलते पुलिस अब शहर के विभिन्न थाना क्षेत्र के शातिर बदमाशों की धरपकड़ में जुट गई है. इसी अभियान के तहत पुलिस ने सबसे पहले गढ़ा थाना क्षेत्र में गैंग चलाने वालों की धरपकड़ शुरू की है. जिसमें 'शहर के एक ही दादा मुक्कू दादा 6161' नाम की गैंग चलाने वाले, '4141' गैंग के मुख्य सरगना समेत अन्य चार आरोपियों के हिरासत में लिया है. गैंगस्टर बनने की हसरत पाले इन युवाओं के कब्जे से पुलिस ने दो देसी कट्टे, दो जिंदा कारतूस, चार सूअर मार बम और दो चाइना चाकू जब्त किए हैं.
पकड़े गए बदमाशों पर 100 से ज्यादा मामले
पुलिस के मुताबिक जबलपुर के विभिन्न थाना क्षेत्र में इन अपराधियों के विरुद्ध 100 से अधिक मामले दर्ज हैं. इंस्टाग्राम में आरोपियों की गैंग की करतूतों के सैकड़ों वीडियो हैं जो वारदातों को अंजाम देते हुए बनाए थे. अपनी बादशाहत का ढिंढोरा पीटने के लिए सोशल मीडिया में इस डिजिटल गैंग ने इन्हें खुद वायरल किया. छोटी उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले ये बदमाश 15 से 25 वर्ष उम्र के हैं लेकिन इनके ऊपर हत्या के प्रयास, धारदार हथियारों का प्रदर्शन, मारपीट जैसी गंभीर मामले गढ़ा, मदन महल, संजीवनी नगर और तिलवारा थाने में दर्ज हैं.
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