शिमला: हिमाचल में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत फॉर्म जमा कर चुकी महिलाएं पिछले कई महीने से खाते में 1500 रुपए मासिक पेंशन आने के इंतजार में हैं, लेकिन महिलाओं के मोबाइल फोन पर 1500 रुपए मासिक पेंशन क्रेडिट होने का मैसेज नहीं आ रहा है. ये इसलिए कि अब प्रदेश की सुक्खू सरकार ने 1500 रुपए के लिए जमा किए गए फॉर्म को ग्राम सभा से वेरिफिकेशन की नई शर्त जोड़ी है. अब सभी फॉर्मों को पंचायतों में आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में वेरिफिकेशन के लिए भेजा जाएगा.
फॉर्म वेरिफिकेशन की तारीख से मिलेगी पेंशन
ऐसे अगर फॉर्म सरकार की ओर से तय किए गए नियमों और शर्तों की कसौटी पर खरा पाया जाता है, तभी महिलाएं 1500 रुपए मासिक पेंशन पाने की हकदार होंगी. यहीं नहीं अब महिलाओं को तहसील कल्याण अधिकारी के ऑफिस में जमा की गई तारीख से नहीं बल्कि ग्राम सभा में फॉर्म के वेरिफिकेशन होने वाले दिन से पेंशन दी जाएगी. बता दें कि इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत तहसील वेलफेयर ऑफिस में जमा हुए फॉर्मों को पंचायतों में भेजे जाने के लिए इन दिनों सूची तैयार हो रही है.
इन महिलाओं को नहीं मिलेंगे ₹1500
हिमाचल में कांग्रेस ने सत्ता में आने पर 18 से 59 आयु की सभी महिलाओं को 1500 रुपए मासिक पेंशन देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने पर सुक्खू सरकार ने परिवार से एक ही महिला को पेंशन दिए जाने की नई शर्त जोड़ दी है. इसके अलावा इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत तहसील कल्याण अधिकारी के पास जमा आवेदनों की अब ग्राम सभा में नए सिरे से वेरिफिकेशन होगी. इस दौरान अगर किसी के परिवार से कोई व्यक्ति केन्द्र/राज्य सरकार के कर्मचारी/ पेंशनर, अनुबंध/आउटसोर्स/दैनिक वेतन भोगी/अंशकालिक इत्यादि वर्ग के कर्मचारी, सेवारत/भूतपूर्व सैनिक व सैनिक विधवाएं, मानदेय प्राप्त आंगनवाडी कार्यकर्ता/सहायिका/आशा वर्कर/मिड डे मील वर्कर/मल्टी टास्क वर्कर, सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थी, पंचायत राज संस्थाओं या शहरी स्थानीय निकायों के कर्मचारी, केन्द्र/राज्य सरकार के तहत विभिन्न सार्वजनिक उपक्रम/बोर्ड/काउंसिल/एजेंसी में कार्यरत/पेंशनभोगी, जीएसटी के लिए रजिस्टर व्यक्ति आयकरदाता पाया जाता है. ऐसे परिवारों की महिलाओं को 1500 रुपए की मासिक पेंशन नहीं मिलेगी.
इतनी लाख महिलाओं ने किया है आवेदन