कसौली: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का प्रयास कर रही है. लेकिन कई अध्यापक गुणात्मक शिक्षा देने में लापरवाही बरत रहे है. ऐसे में विद्यार्थियों का भविष्य कैसे सुधरेगा. कुछ ऐसा ही हाल सोलन जिला के ग्रामीण क्षेत्र कोल में सरकारी स्कूल का है. जहां 7 दिसंबर से जेबीटी अध्यापक बिना बताए नदारद है. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षक को नोटिस भेजा है.
पिछले 17 दिन से लापता इस अध्यापक के अटेंडेंस रजिस्टर में भी कोई हाजिरी नहीं है और न ही कोई लीव का जिक्र मौजूद है. स्कूल में जब प्रारंभिक शिक्षा विभाग के मिड डे मील नोडल अधिकारी राज कुमार पराशर औचक निरीक्षण करने पहुंचे, इस दौरान उन्होंने स्कूल का रिकॉर्ड खंगाला. साथ ही मिड डे मील के बारे में जानकारी ली.
रिकॉर्ड खंगालने पर पहले तो यह पता चला कि स्कूल में एक अध्यापक मौजूद नहीं था. इसके बारे में जब जानकारी लेने के लिए अटेंडेंस रजिस्टर मंगवाया तो इसमें 7 दिसंबर से संबंधित अध्यापक की कोई हाजिरी नहीं थी. ऐसे में अधिकारी ने अध्यापक के लिए खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी.