हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र Live: सदन में गरमाया संस्थान बंद करने का मुद्दा, विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए किया वॉकआउट - HIMACHAL WINTER SESSION 2024
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : 6 hours ago
|Updated : 5 hours ago
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है. इस साल विधानसभा का शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर से 21 दिसबंर तक 4 दिन का रहा. वहीं, विंटर सेशन के तीसरे दिन सदन में लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन से जुड़ा बिल पारित किया गया. हिमाचल प्रदेश सरकारी कर्मचारियों की भर्ती और सेवा की शर्तें विधेयक- 2024 सदन में बहुमत से पास हुआ.
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सदन में गरमाया संस्थान बंद करने का मुद्दा, विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए किया वॉकआउट
आज हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है. ऐसे में सदन की शुरुआत हंगामेदार हुई है. हिमाचल प्रदेश में संस्थानों को बंद करने के सवाल के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से नारेबाजी करते हुए वॉकआउट किया है. मुख्यमंत्री द्वारा सदन में पेश किए आंकड़ों पर चर्चा की जा रही थी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बंद किए संस्थानों को जरूरत के अनुसार शुरू करने की बात कही . इस पर विपक्ष का कहना है की नीड बेस का क्या क्राइटेरिया है.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक मकसद के साथ भाजपा सरकार द्वारा खोले गए सभी संस्थान बंद कर दिए हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि एक हजार से ज्यादा प्राइमरी स्कूल बंद किए हैं. जिसमें आंकड़ा दिया गया कि इन स्कूलों में बच्चों की संख्या ना के बराबर थी, जो कि झूठ है. नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर सदन में झूठ बोलने और बदले की भावना से संस्थान बंद करने के आरोप लगाए. जयराम ठाकुर ने कहा कि इन स्कूलों को बंद कर के बच्चों को पढ़ाई से महरूम किया गया है.
सेशन के आखिरी दिन सदन में गूंजेगा अवैध कटान का मुद्दा, सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
धर्मशाला के तपोवन में चल रहे शीतकालीन सत्र के चौथे और आखिरी दिन अवैध कटान का मुद्दा सदन में मुख्य चर्चा का विषय रहेगा. विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा कि अवैध कटान एक ऐसा मुद्दा है जो प्रदेश के जनहित से जुड़ा हुआ है और इसे गंभीरता से उठाया जाएगा. सरकार इस समस्या को अनदेखा कर रही है, जिससे पर्यावरण और लोगों की आजीविका पर बुरा असर पड़ रहा है.