ग्वालियर: दो दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर आए अमेरिकन काउंसिल जनरल ने कलेक्टर से मुलाकात की है. यहां वे औद्योगिक निवेश की संभावनाएं तलाशने आए हैं. इस दौरान दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई. एक ओर भारत में अमरीका से अवैध प्रवासी भारतीयों को भेजने का मुद्दा छाया हुआ है. इस बीच एक अमरीकी काउंसिल जनरल मध्य प्रदेश के ग्वालियर में औद्योगिक निवेश की संभावनाएं तलाशने में लगे हैं. उन्होंने इस संबंध ग्वालियर कलेक्टर से मिलकर चर्चा भी की है.
कलेक्टर से मिलने पहुंचे अमेरिकन काउंसिल जनरल
दरअसल, मुंबई स्थित अमेरिकी कॉन्सुलेट से अमेरिकन काउंसिल जनरल माइक हैंकी सोमवार को ग्वालियर पहुंचे. जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर रुचिका चौहान से मुलाकात कर ग्वालियर के बारे में जानकारी इकट्ठा की. इस दौरान कलेक्टर रुचिका चौहान ने उन्हें क्षेत्र के औद्योगिक वैभव के बारे में बताया. साथ ही उनसे यहां निवेश की संभावनाओं के बारे में भी चर्चा की.
ग्वालियर के बारे में बतातीं हुईं कलेक्टर रुचिका चौहान (ETV Bharat) 'सहरिया जनजाति के विकास में मदद करेंगे'
अमेरिकन काउंसिल जनरल के साथ बैठक में ग्वालियर कलेक्टर ने क्षेत्र की सबसे पिछड़ी जनजाति सहरिया के बारे में भी बताया. इस दौरान बातचीत में कलेक्टर ने उनसे सहरिया समुदाय के विकास के लिए भी मदद की मांग रखी. जिस पर अमेरिकन काउंसिल जनरल हैंकी ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के जरिए सहयोग में इंट्रेस्ट दिखाया है.
ग्वालियर में निवेश को लेकर की चर्चा (ETV Bharat) कलेक्टर ने बताया कैसे उद्योग की दुनिया में बनाई पहचान
इस मुलाकात में कलेक्टर रुचिका चौहान ने माइक हैंकी को उद्योग जगत में ग्वालियर की भूमिका के बारे भी बताया कि किस तरह ग्वालियर ने जियाजी कॉटन मिल, ग्रेसिम, सिमको, लैदर फैक्ट्री, ग्वालियर पॉटरीज जैसी इंडस्ट्रीज का देश की नहीं पूरी दुनिया में पहचान बनाई है. साथ ही बताया कि आज भी यहां के व्हाइट स्टोन का कई देशों में निर्यात होता है. जिसको लेकर अमेरिकन काउंसिल जनरल माइक हैंकी भी काफी प्रभावित नजर आए.
ग्वालियर में निवेश को लेकर हुई चर्चा
कलेक्टर रुचिका चौहानने बताया, " मुंबई स्थित अमेरिकन काउंसलेट से काउंसिल जनरल माइक हैंकी 2 दिन के प्रवास पर ग्वालियर आए हैं. उनके साथ एक मीटिंग हुई, जिसमें हमने उन्हें ग्वालियर के हेरिटेज और औद्योगिक वैभव के बारे में बताया है. बैठक में सहरिया समुदाय के विकास को लेकर भी चर्चा हुई है. जिसके लिए उन्होंने सहरिया जनजाति के विकास और सशक्तिकरण के लिए न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के माध्यम से सहयोग में रुचि दिखाई है. मिस्टर माइक हैंकी यहां औद्योगिक निवेश की संभावनाए तलाशने आए है, ग्वालियर में निवेश को लेकर भी चर्चा हुई हैं."