ग्वालियर/अशोकनगर:पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है. हर राज्य के डॉक्टर्स लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं मध्य प्रदेश में भोपाल, इंदौर, जबलपुर के बाद ग्वालियर और अशोकनगर में भी डॉक्टरों का विरोध देखे मिल रहा है. ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज GRMC के करीब 350 से ज्यादा जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को रूटीन सेवाएं बंद कर दी है. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को आईएमए ने भी अपना समर्थन दिया है.
इसी तरह अशोकनगर जिला अस्पताल में डॉक्टर हड़ताल पर हैं. केवल इमरजेंसी सेवाएं ही डॉक्टरों द्वारा जारी रखी गई. इसके साथ ही शनिवार को भी जिला अस्पताल के डॉक्टर 2 घंटे व IMA के निजी डॉक्टर 24 घंटे के लिए अपने क्लीनिक बंद रखेंगे.
ग्वालियर में काली पट्टी बांधकर शुरू की हड़ताल
शुक्रवार सुबह से न्यू ज्यारोग्य अस्पताल के मुख्य द्वार पर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरना शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. इन डॉक्टरों की मांग है कि जब तक बंगाल की घटना पर न्याय नहीं मिलता, तब तक आंदोलन इसी तरह से चलता रहेगा.
इमरजेंसी सेवाएं बंद करने की धमकी
आंदोलनकारी डॉक्टरोंका कहना है कि 'उन्होंने फिलहाल रूटीन स्वास्थ्य सेवाओं को बंद किया है और हड़ताल से इमरजेंसी सेवाओं को बाहर रखा है. साथ ही डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और डॉक्टर के लिए कानून नहीं बनाया तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा, यहां तक कि इमरजेंसी सेवाओं को भी बंद करने का कदम उठाया जा सकता है.
अशोकनगर में भावुक हुई महिला डॉक्टर
जिला अस्पताल में पदस्थ महिला डॉक्टर मनीषा यादव और नेहा धुर्वे ने बताया कि 'कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ जिस तरह की घटना हुई है, जिसमें किसी भी तरह की सुरक्षा सुविधा नहीं दिखी. ऐसी स्थिति में डॉक्टर को काम करना बहुत मुश्किल हो गया है. जिसको लेकर हमारे द्वारा विरोध प्रदर्शन कर सिविल सर्जन, कलेक्टर को ज्ञापन दिए गए हैं. आगामी आदेश तक हम लोग 2 घंटे हड़ताल पर रहेंगे. साथ ही निजी डॉक्टर भी अपने क्लीनिक बंद रखने के विचार में हैं.