कुचामनसिटी:बहुत सारे ऐसे विधार्थी होते हैं जिन्हें स्कूल से अपने घर आने-जाने के लिए पैदल यात्रा करनी पड़ती है. उनके पास कोई संसाधन या साइकिल नहीं होते, जिसके कारण उन्होंने बहुत लंबी-लंबी दूरी पैदल पूरी करनी होती है. इस समस्या को देखते हुए सरकार ने राजस्थान ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना की शुरुआत की है. इसमें छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने के लिए परिवहन शुल्क यानी कि बस का किराया उपलब्ध कराया जा रहा है. राजस्थान के राजकीय स्कूलों की छात्राओं के लिए शुरू की गई राजस्थान ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना ना सिर्फ विधार्थियों के लिए बल्कि विद्यालयों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है.
नए शिक्षण सत्र में स्कूल शिक्षा परिषद ने ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना शुरू की है. ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूल आने-जाने के लिए प्रतिदिन उपस्थिति के आधार पर ट्रांसपोर्ट वाउचर सुविधा से लाभान्वित किया जाएगा. घर से स्कूल की दूरी ज्यादा है, तो छात्र-छात्राओं को पैदल जाने की जरूरत नहीं है. उनको स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से ट्रांसपोर्ट वाउचर दिए जाएंगे. डीडवाना कुचामन जिले के खारिया गांव की उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पूरणा राम गुर्जर ने बताया कि योजना की राशि पात्र छात्राओं के बैंक खाते में जमा की जाएगी. उन्होंने बताया की ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना से ना सिर्फ छात्राओं को फायदा मिला है, बल्कि सरकारी विद्यालयों में इस योजना के चलते नामांकन भी बढ़ा है.
पढ़ें:राजस्थान सरकार ने डीबीटी वाउचर योजना में संशोधन को दी मंजूरी, इन छात्रों को मिलेगा लाभ