शिमला:लोकसभा और विधानसभा के उपचुनाव में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, चालक-परिचालक, एंबुलेंस सेवाएं और अग्निशमन सेवाएं समेत 10 श्रेणी के लोग बैलेट पेपर से अपना वोट दे सकेंगे. चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई तरह सुविधाएं दे रहा है. हिमाचल में लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में चुनाव आयोग का फोकस मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर है.
इसके लिए 4 मई तक नए वोटरों के नाम की सूची में शामिल कराने और छूटे हुए नामों को वोटर लिस्ट में डालने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसके अतिरिक्त चुनाव आयोग कई और भी तरीके अपनाकर मतदान प्रतिशत बढ़ाने में लगा हुआ है. जिसके लिए मतदाताओं को कई तरह की सुविधाएं देने की व्यवस्थाएं की जा रही है. इसी के तहत लोकसभा और विधानसभा के उपचुनाव में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, ड्राइवर-कंडक्टर, एंबुलेंस सेवाएं और अग्निशमन सेवाएं समेत 10 श्रेणी के लोग बैलेट पेपर से अपना वोट दे सकेंगे. केंद्रीय चुनाव आयोग ने जरूरी सेवाओं में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बैलेट पेपर से वोट देने की सुविधा प्रदान की है.
सभी मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. इसी के तहत लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 60 के अनुसरण में हिमाचल में होने वाले लोकसभा व विधानसभा उप चुनावों के लिए अनिवार्य सेवाओं में नियोजित व्यक्तियों को मतदान के दिन ड्यूटी पर तैनात होने पर डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान करने की सुविधा प्रदान की है.