लाहौल-स्पीति: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस व भाजपा अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार रही है. दोनों दलों ने गांव-गांव जाकर कई जगह पर चुनावी प्रचार भी शुरू कर दिया है. ऐसे में जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में भी उपचुनाव हो रहे हैं. यहां पर भाजपा ने कांग्रेस से निलंबित किए गए पूर्व विधायक रवि ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, भाजपा के ही नेता पूर्व मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा इससे नाराज होकर अब आजाद चुनावी मैदान में उतरने का फैसला ले चुके हैं.
27 अप्रैल से शुरू करेंगे चुनावी प्रचार
27 अप्रैल को पूर्व मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा लाहौल पहुंचेंगे और अपने कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करेंगे. 27 अप्रैल के बाद डॉक्टर रामलाल मारकंडा भी अब चुनावी प्रचार में जुट जाएंगे. अब देखना यह होगा कि भाजपा क्या पूर्व मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा को मनाने में कामयाब होती है या फिर रामलाल मारकंडा के चुनावी मैदान में उतरने से भाजपा को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा.
4 बार भाजपा की टिकट पर लड़ चुके हैं चुनाव
डॉ. रामलाल मारकंडा ने अपना पहला चुनाव 1998 में हिमाचल विकास कांग्रेस से लड़ा था और वह पहली बार ही चुनाव जीत कर मंत्री भी बन गए थे. इसके बाद बाद 2007 में उन्होंने भाजपा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उसके बाद 2012 में वह फिर से भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और इस बार चुनाव हार गए. 2017 में उन्होंने दोबारा भाजपा के बैनर तले चुनाव लड़ा और जयराम सरकार में कैबिनेट मंत्री बने. उसके बाद 2022 में हुए चुनाव में डॉ. रामलाल मारकंडा हार गए और कांग्रेस से रवि ठाकुर जीत गए, लेकिन कांग्रेस से बागी और निलंबित होने के बाद रवि ठाकुर भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा ने लाहौल-स्पीति उपचुनाव में रवि ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है. लाहौल में बदले समीकरण को लेकर अब डॉ. रामलाल मारकंडा ने आजाद चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है.