नई दिल्ली: दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से एक उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट काफी खास है. वर्ष 2002 में गठित भारत के परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद 2008 में उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट अस्तित्व में आई थी. वर्ष 2009 में यहां पहली बार लोकसभा सीट के लिए मतदान हुआ था. पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के जेपी अग्रवाल ने जीत हासिल की थी. इस बार भी जेपी अग्रवाल को पार्टी ने चांदनी चौक लोकसभा सीट से टिकट दिया है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट 10 विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर बनाया गया है इस चुनाव में किसके बीच है मुकाबला
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट में बीजेपी के मनोज तिवारी के सामने कांग्रेस के कन्हैया कुमार हैं. मनोज तिवारी भोजपुरी सिनेमा के गायक और सुपरस्टार हैं. अब राजनीति में भी अपनी पकड़ बना चुके हैं. वहीं, कन्हैया कुमार ने छात्र राजनीति से शुरुआत की और अब राहुल गांधी उन पर काफी भरोसा जता रहे हैं.
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट में अधिकतर मतदाता ऐसे हैं, जो पूर्वांचल के हैं. यहां आकर बसे हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने बिहार के नेताओं को टिकट दिया है. दोनों नेता भले ही बिहार से हैं, लेकिन इनकी राजनीति दिल्ली में ही शुरू हुई है. इससे यह मुकाबला और भी रोचक हो गया है.
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उत्तर पूर्वी दिल्ली के समीकरण:उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत 10 विधानसभा सीट आती हैं. इनमें से अधिकतर विधानसभा AAP के कब्जे में है. यह दिल्ली के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है. इस लोकसभा सीट में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. साथ ही उत्तराखंड और पूर्वांचल के लोग भी बड़े तादाद में रहते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी के खिलाफ दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित कांग्रेस से प्रत्याशी थी, लेकिन वह हार गई थी.
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