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कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर देने लगता है 10 बड़े संकेत, फौरन हो जाएं अलर्ट, विशेषज्ञों ने कहा समय पर पहचान जरूरी - 10 SIGNS OF HIGH CHOLESTEROL

शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर 10 ऐसे लक्षण दिखने लगते हैं जिन्हें पहचानना बेहद जरूरी है. इस तरह गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है...

When cholesterol increases, the body starts giving 10 big signals, be alert immediately
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर देने लगता है 10 बड़े संकेत, फौरन हो जाएं अलर्ट (FREEPIK)
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By ETV Bharat Health Team

Published : Feb 17, 2025, 6:45 PM IST

Updated : Feb 18, 2025, 11:45 AM IST

शरीर में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आज के दौर में एक आम समस्या मानी जाती है. यह समस्या दुनियाभर में लगभग हर आयु वर्ग के लोगों में तेजी से अपना असर दिखा रही है. जीवनशैली का हिस्सा माने जाने वाले खानपान और व्यायाम से जुड़ी अनुशासनहीन और असंतुलित आदतों को इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है.

विषेशज्ञों के मुताबिक, हाई कोलेस्ट्रॉल साइलेंट किलर बनता जा रहा है. कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा रहता है. इससे मोटापा बढ़ता है. यह सेहत को नुकसान पहुंचाता है और कई खतरनाक बीमारियों का खतरा पैदा करता है. इसलिए, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली और खानपान में बदलाव करना जरूरी है. आज इस खबर के जरिए जानिए क्या होता है कोलेस्ट्रॉल और हाई कोलेस्ट्रॉल के 10 लक्षण क्या हैं...

क्या होता है कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल कोशिका झिल्लियों में पाया जाने वाला एक फैटी, ऑयली स्टेरॉयड है.यह रक्त वाहिकाओं में प्लाक के निर्माण का कारण बनता है. इससे खून की आपूर्ति में रुकावट पैदा होती है और आगे चलकर हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक जैसी समस्याएं होती हैं. हालांकि, मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि जीवनशैली और खानपान में बदलाव कर हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है.

हाई कोलेस्ट्रॉल के 10 लक्षण क्या हैं?

  1. सीने में दर्द: सीने में दर्द या बेचैनी, खासकर एक्सरसाइज करते समय
  2. पैरों में दर्द और ऐंठन: पैरों में दर्द या ऐंठन, खासकर चलते समय या ज्यादा देर तक खड़े रहने के कारण
  3. स्किन में बदलाव: त्वचा पर पीले रंग के जमाव, जिन्हें जैंथोमा कहा जाता है, खासकर आंखों, घुटनों और कोहनी के आस-पास
  4. चक्कर आना: चक्कर आना या माइग्रेन जो अक्सर होता है.
  5. सांस लेने में तकलीफ होना: सांस की तकलीफ जो सीने में दर्द के साथ होती है
  6. थकान: बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
  7. सूजन: खाने के बाद सूजन, अपच की समस्या होना या दर्द महसूस होना
  8. हार्ट अटैक के लक्षण: अचानक बैलेंस खोना, सांस लेने में तकलीफ होना, मतली और सीने में दर्द होना
  9. जबड़े में दर्द महसूस होना
  10. गर्दन के पीछे दर्द होना

किसे रहता है हाई कोलेस्ट्रॉल होने का खतरा

  • हाई कोलेस्ट्रॉल का फैमिली हिस्ट्री
  • ज्यादा वजन या मोटापा से ग्रस्त लोग
  • संतृप्त या ट्रांस फैट या हाई डाइट खाना
  • बहुत ज्यादा मात्रा में शराब पीना
  • स्मोकिंग करना
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज न करना

medlineplus.gov के अनुसार, इन खाद्य पदार्थों को सुबह-सुबह खाना काफी फायदेमंद माना गया है...
अखरोट: अखरोट में कई पोषक तत्व होते हैं. अगर आप हर रोज़ नाश्ते में कुछ अखरोट खाते हैं, तो यह हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित हो सकता है. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे दिल की बीमारी का खतरा भी कम होता है.

बादाम: बादाम अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं. हेल्थ हार्वर्ड शिक्षा में प्रकाशित एक अध्ययन और कई अन्य अध्ययनों से पता चला है कि सुबह सबसे पहले बादाम खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है. इसलिए इन्हें सुबह के समय खाना बेहतर होता है.

जैतून का तेल: जैतून का तेल सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है, इसे पकाना और खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह तेल अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है.

अलसी के बीज: कई पोषक तत्वों के साथ-साथ अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार 3 महीने तक सुबह अलसी के बीज का पाउडर लेने से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है.

सुबह की सैर, व्यायाम या योग-सुबह की सैर और व्यायाम से रक्त में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित एरोबिक व्यायाम से रक्त में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है. योग भी हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करता है.

संतरे का जूस: राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह-सुबह विटामिन सी से भरपूर एक गिलास संतरे का जूस पीने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है. संतरे में फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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शरीर में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आज के दौर में एक आम समस्या मानी जाती है. यह समस्या दुनियाभर में लगभग हर आयु वर्ग के लोगों में तेजी से अपना असर दिखा रही है. जीवनशैली का हिस्सा माने जाने वाले खानपान और व्यायाम से जुड़ी अनुशासनहीन और असंतुलित आदतों को इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है.

विषेशज्ञों के मुताबिक, हाई कोलेस्ट्रॉल साइलेंट किलर बनता जा रहा है. कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा रहता है. इससे मोटापा बढ़ता है. यह सेहत को नुकसान पहुंचाता है और कई खतरनाक बीमारियों का खतरा पैदा करता है. इसलिए, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली और खानपान में बदलाव करना जरूरी है. आज इस खबर के जरिए जानिए क्या होता है कोलेस्ट्रॉल और हाई कोलेस्ट्रॉल के 10 लक्षण क्या हैं...

क्या होता है कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल कोशिका झिल्लियों में पाया जाने वाला एक फैटी, ऑयली स्टेरॉयड है.यह रक्त वाहिकाओं में प्लाक के निर्माण का कारण बनता है. इससे खून की आपूर्ति में रुकावट पैदा होती है और आगे चलकर हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक जैसी समस्याएं होती हैं. हालांकि, मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि जीवनशैली और खानपान में बदलाव कर हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है.

हाई कोलेस्ट्रॉल के 10 लक्षण क्या हैं?

  1. सीने में दर्द: सीने में दर्द या बेचैनी, खासकर एक्सरसाइज करते समय
  2. पैरों में दर्द और ऐंठन: पैरों में दर्द या ऐंठन, खासकर चलते समय या ज्यादा देर तक खड़े रहने के कारण
  3. स्किन में बदलाव: त्वचा पर पीले रंग के जमाव, जिन्हें जैंथोमा कहा जाता है, खासकर आंखों, घुटनों और कोहनी के आस-पास
  4. चक्कर आना: चक्कर आना या माइग्रेन जो अक्सर होता है.
  5. सांस लेने में तकलीफ होना: सांस की तकलीफ जो सीने में दर्द के साथ होती है
  6. थकान: बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
  7. सूजन: खाने के बाद सूजन, अपच की समस्या होना या दर्द महसूस होना
  8. हार्ट अटैक के लक्षण: अचानक बैलेंस खोना, सांस लेने में तकलीफ होना, मतली और सीने में दर्द होना
  9. जबड़े में दर्द महसूस होना
  10. गर्दन के पीछे दर्द होना

किसे रहता है हाई कोलेस्ट्रॉल होने का खतरा

  • हाई कोलेस्ट्रॉल का फैमिली हिस्ट्री
  • ज्यादा वजन या मोटापा से ग्रस्त लोग
  • संतृप्त या ट्रांस फैट या हाई डाइट खाना
  • बहुत ज्यादा मात्रा में शराब पीना
  • स्मोकिंग करना
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज न करना

medlineplus.gov के अनुसार, इन खाद्य पदार्थों को सुबह-सुबह खाना काफी फायदेमंद माना गया है...
अखरोट: अखरोट में कई पोषक तत्व होते हैं. अगर आप हर रोज़ नाश्ते में कुछ अखरोट खाते हैं, तो यह हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित हो सकता है. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे दिल की बीमारी का खतरा भी कम होता है.

बादाम: बादाम अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं. हेल्थ हार्वर्ड शिक्षा में प्रकाशित एक अध्ययन और कई अन्य अध्ययनों से पता चला है कि सुबह सबसे पहले बादाम खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है. इसलिए इन्हें सुबह के समय खाना बेहतर होता है.

जैतून का तेल: जैतून का तेल सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है, इसे पकाना और खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह तेल अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है.

अलसी के बीज: कई पोषक तत्वों के साथ-साथ अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार 3 महीने तक सुबह अलसी के बीज का पाउडर लेने से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है.

सुबह की सैर, व्यायाम या योग-सुबह की सैर और व्यायाम से रक्त में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित एरोबिक व्यायाम से रक्त में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है. योग भी हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करता है.

संतरे का जूस: राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह-सुबह विटामिन सी से भरपूर एक गिलास संतरे का जूस पीने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है. संतरे में फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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Last Updated : Feb 18, 2025, 11:45 AM IST
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