दमोह: मध्य प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी क्षेत्र वासियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ जनपद जबेरा के ग्राम कलुमर पहुंचे. जहां से उन्होंने सभी के साथ 3 किलोमीटर लंबी पथरीली दुर्गम घाटियों पर पैदल यात्रा निकाली. वह मध्य प्रदेश की 752 मीटर की द्वितीय सबसे ऊंची चोटी सद्भावना शिखर पहुंचे. वहां पर उन्होंने पर्यटन की दृष्टि से होने वाले विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की.
देश भक्ति गीत गाकर निकली पैदल यात्रा
जबेरा जनपद में स्थित कलुमर ग्राम दमोह जिले की सबसे अधिक ऊंचाई पर बसने वाला गांव है. कम ही ऐसे अवसर आए हैं जब यहां पर कोई मंत्री कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचा हो. पर्यटन मंत्री लोधी अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत कलुमर पहुंचे. यहां पर उनके साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक भी पैदल चल रहे थे. रास्ता तय करने के लिए मंत्री लोधी और कार्यकर्ताओं ने देशभक्ति के गीत भी गाए.' नीति से अनीतियों के पंख काटते चलो, नीर डालते हुए तार जोड़ते चलो' आदि गाने गाए.
एमपी की सबसे ऊंची चोटी पर पैदल पहुंचे राज्यमंत्री (ETV Bharat) पर्यटन स्थलों को चिंहित कर करेंगे विकास कार्य
विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए राज्यमंत्री लोधी ने कहा, ''बहुत से लोगों को इस शिखर की जानकारी प्राप्त नहीं थी. इसलिए सभी के साथ यहां पहुंचा हूं. हमारे क्षेत्र में ऐसे विभिन्न स्थान हैं जहां प्रकृति की गोद में स्वच्छ वातावरण में पर्यटन स्थलों के विकास की संभावना हैं. आने वाले समय में ऐसे स्थानों को चिन्हित कर विकास कार्य किए जाएंगे, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल सके.''
दरअसल, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दमोह जिले में बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है. जैसे बांदकपुर कॉरिडोर निर्माण के लिए एक अरब रुपए की राशि स्वीकृत होने के साथ काम शुरू हो चुका है. दूसरी ओर दमोह जिले में बनने वाला रानी दुर्गावती अभ्यारण्य देश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है. इसके अलावा यहां पर वन्य और संपदा जगह-जगह बिखरी पड़ी हैं जिन्हें सहेजा जा रहा है. हाल ही में दमोह जिले की जबेरा विधानसभा क्षेत्र से ही दो जगह से कर्क रेखा निकली है, जिसे चिन्हित किया गया है. इस रेखा के निकलने के बाद लोगों का ध्यान अब दमोह जिले के पर्यटन की ओर जा रहा है.