भोपाल। राजधानी समेत प्रदेश भर में यूरोलाजी से संबंधित बीमारियों का इलाज अब और आसान होने जा रहा है. इसके लिए एम्स भोपाल में सिस्टोस्कोपी की सुविधा शुरु की गई है. जहां मरीज यूरोलाजी से संबंधित 10 प्रकार के छोटे ऑपरेशन आसानी से करा सकते हैं. सबसे अच्छी बात ये है कि इन ऑपरेशन के लिए जहां मरीजों को पहले 50 हजार रुपए तक खर्च करना होता था. अब वहीं केवल 500 रुपये में और कम समय में छोटे ऑपरेशन किए जा सकेंगे. इस प्रक्रिया में समय कम लगने से अस्पताल में मरीजों की वेटिंग भी खत्म होगी. उन्हें ईलाज के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
सिस्कोस्कापी कक्ष में इन बीमारियों का होगा इलाज
एम्स भोपाल के सिस्टोस्कापी कक्ष में रोजाना 10 से 12 छोटे ऑपरेशन होंगे. जिनके लिए अब तक ऑपरेशन थिएटर की जरूरत पड़ती थी. यही नहीं मरीज को इन छोटे ऑपरेशन वाले दिन ही डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा. इसके साथ ही यहां यूरिनल थैली के ट्यूमर व स्टोन निकाले जा सकेंगे. मूत्र मार्ग के कैंसर की जांच हो सकेगी. मूत्र मार्ग में ब्लीडिंग रोकी जा सकेगी. प्रोस्टेट ऑपरेशन से पहले की जांच समेत यूरोलाजी विभाग से जुड़े अन्य छोटे ऑपरेशन हो सकेंगे. किडनी से पथरी निकालने के बाद मूत्र नलिका में डीजे स्टेंट लगाया जाता है, जिससे किसी तरह की रुकावट न आए. इसे सर्जरी के 14 से 21 दिन में निकालना होता है. यह भी इस कक्ष में हो सकेगा.
बीपीएल और आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए निश्शुल्क सुविधा
यूरोलाजी विभाग के एचओडी डॉ. देवाशीष कौशल ने बताया कि विभाग के इन सभी छोटे ऑपरेशन के लिए निजी अस्पतालों में लगभग 50 हजार तक का खर्च आता है. वहीं यह सुविधा एम्स भोपाल में सिर्फ 500 रुपए में मिलेगी. बीपीएल और आयुष्मान मरीजों के लिए निशुल्क रहेगी. यह सभी मरीजों को सुबह डे केयर में भर्ती किया जाता है. सर्जरी के बाद उसी दिन शाम को डिस्चार्ज कर दिया जाता है. पिछले एक वर्ष अस्पताल में दो हजार के करीब ऑपरेशन हुए. अब तीन हजार से ज्यादा हो सकेंगे.