रतलाम: बचपन से आंखों से दिव्यांग रतलाम के अक्षद पंडित रेलवे के विकिपीडिया हैं. गूगल सर्च इंजन की तरह अक्षद से यदि आप रेलवे की ट्रेनों के बारे में सवाल करेंगे, तो वे खटाखट आपको जानकारी देने लगेंगे. वो भी एकदम सही और सटीक. इसे स्पेशल या सुपर पावर ही कहेंगे कि अक्षद को करीब 5000 ट्रेनों के नाम, नंबर और टाइम टेबल मुंह जुबानी याद हैं.
लोग रेलवे नहीं, इन्हें फोन लगाते हैं
आमतौर पर जब हमें रेल यात्रा करनी होती है, तो हम ट्रेनों की जानकारी लेने के लिए रेलवे की वेबसाइट या रेलवे इंक्वारी नंबर 139 डायल करते हैं. लेकिन मध्य प्रदेश के रतलाम में कई लोग 24 साल के अक्षद पंडित को फोन कर ट्रेनों की जानकारी लेते हैं. जी हां, अक्षद को हर रेलवे रूट और देशभर के रेल मंडल में चलने वाली यात्री गाड़ियों के नाम, नंबर और टाइम टेबल याद हैं.
टेस्ट में पास हुए अक्षद
ईटीवी भारत की टीम ने जब अक्षद का टेस्ट लेने के लिए रतलाम रेलवे स्टेशन से गोवा, जयपुर, चेन्नई और गुवाहाटी के लिए ट्रेनों की जानकारी पूछी, तो अक्षद ने न केवल ट्रेनों के नाम और नंबर बताए बल्कि कौन सी ट्रेन किस दिन और किस समय पर चलती है. उसका टाइम टेबल तक बता दिया.
ट्रेनों की जानकारी के लिए परिचित करते हैं फोन
दरअसल, रतलाम के रहने वाले अक्षद बचपन से ही आंखों से दिव्यांग है. उन्हें दोनों आंखों से कुछ ही दूरी तक धुंधला दिखाई देता है, लेकिन अपनी शार्प मेमोरी की बदौलत उन्होंने रेलवे की 5000 ट्रेनों के नाम, नंबर और टाइम टेबल याद कर लिया है. अक्षद की मां स्वाति पंडित बताती हैं कि उन्हें या अन्य परिचितों को जब भी रेलवे से जुड़ी कोई इंक्वारी होती है, तो वह अक्षद को फोन लगाते हैं."
ट्रेन से यात्रा के दौरान लगा शौक
अक्षद के पिता भुवनेश पंडित ने बताया, "बचपन से ही उसे रेलवे में रुचि है. परिवार का ट्रेन से भोपाल आना-जाना लगा रहता था. ट्रेन यात्रा के दौरान वह सोता नहीं था और स्टेशनों के बारे में जानकारी लेता रहता था. रेलवे स्टेशन पर भी वह बैठे-बैठे ट्रेनों का अनाउंसमेंट सुनकर जानकारी याद कर लेता था. धीरे-धीरे उसे पूरे भारत की ट्रेनों की जानकारी याद करने का शौक लग गया."
यूट्यूब पर ऑडियो सुनकर याद की ट्रेनों की जानकारी
अक्षद ने ट्रेनों के प्रति अपनी रुचि को पूरा करने के लिए यूट्यूब का सहारा लिया. यूट्यूब पर ट्रेनों की जानकारी के वीडियो चलाकर वह ऑडियो से ही ट्रेनों का टाइम टेबल याद कर लेता था. अक्षद पंडित का कहना है कि उसे लगभग 5000 ट्रेनों का नाम नंबर और टाइम टेबल याद है. यूट्यूब से ज्ञान अर्जित करने के बाद अक्षद ने खुद का यूट्यूब चैनल शुरू कर दिया है. जिस पर वह लोगों के लिए देश के सभी रेलवे रूट पर ट्रेनों की जानकारी अपलोड करते हैं. जहां आम लोग अक्षद पंडित के यूट्यूब चैनल पर भी ट्रेनों की जानकारी ले सकते हैं.
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आवाज से पहचान लेते हैं कौन सा इंजन लगा है
अक्षद को रेलवे से इतना प्यार है कि ट्रेनों की जानकारी के साथ वह रेलवे इंजन के बारे में भी अच्छी खासी जानकारी रखते हैं. यहां तक कि वह इंजन की आवाज से यह बता देते हैं की ट्रेन में इलेक्ट्रिक इंजन लगा है या लोको. ट्रेन की चलने की आवाज सुनकर वह यह भी बता देते हैं कि ट्रेन अभी रिवर ब्रिज से गुजर रही है या टनल से गुजर रही है. देश के कई रेलवे स्टेशनों के नाम, सभी वंदे भारत ट्रेन और उनके रूट भी उन्हें मुंह जुबानी याद है. 24 वर्षीय अक्षद पंडित की पहली पसंद रेलवे है. फिर भी वह अपना करियर म्यूजिक के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं. अक्षद ने म्यूजिक में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है.