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रक्षा मंत्रालय के PCDA में तैनात वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत मामले में CBI की कार्रवाई - BRIBE CASE

सीबीआई ने 7 फरवरी को रक्षा मंत्रालय के पीसीडीए के अधिकारी और एक निजी डिफेंस सप्लायर समेत तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

CBI apprehended three persons including Senior Auditor of PCDA MoD for allegedly accepting bribe
रक्षा मंत्रालय के PCDA में तैनात वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार, रिश्वत मामले में CBI की कार्रवाई (file Photo - IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 8, 2025, 10:29 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रक्षा मंत्रालय के प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय (पीसीडीए) के वरिष्ठ लेखा परीक्षक समेत तीन लोगों (जिसमें दो निजी व्यक्ति शामिल हैं) को रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने शनिवार को यह जानकारी दी.

सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने 7 फरवरी, 2025 को रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली के प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय (पीसीडीए) के अधिकारी और एक निजी व्यक्ति जो डिफेंस सप्लायर है, समेत दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोप है कि इन लोगों ने शिकायतकर्ता (जो खुद भी एक डिफेंस सप्लायर है) से उसके पहले से ही स्वीकृत बिलों के लिए 10 लाख रुपये की मांग की और उसके आगे के बिलों के भुगतान में बाधा डालने की धमकी दी.

सीबीआई ने दावा किया कि आरोपियों की पहचान दीप नारायण यादव (वरिष्ठ लेखा परीक्षक, प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय, रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली), आकाश कपूर (एक निजी कंपनी के मालिक और रक्षा सप्लायर) और दिनेश (कपूर के कर्मचारी) के रूप में हुई है.

सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी लोक सेवक दीप नारायण यादव ने कथित तौर पर पहली किस्त के रूप में 8 लाख रुपये स्वीकार करने पर सहमति व्यक्त की और शिकायतकर्ता को आरोपी निजी व्यक्ति (रक्षा सप्लायर) को भुगतान करने का निर्देश दिया.

सीबीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "सीबीआई ने शिकायतकर्ता से पहली किस्त के रूप में 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय (नई दिल्ली) के वरिष्ठ लेखा परीक्षक और निजी कंपनी के मालिक और दो निजी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया."

उन्होंने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी रक्षा सप्लायर के एक कर्मचारी को शिकायतकर्ता से पहली किस्त के रूप में 8 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ा. बाद में निजी कंपनी के मालिक व रक्षा सप्लायर को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

सीबीआई अधिकारी के अनुसार, जांच के दौरान आरोपी सरकारी अधिकारी की असली पहचान वरिष्ठ लेखा परीक्षक, प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक (पीसीडीए), रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली के रूप में सामने आई और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. सीबीआई ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है.

यह भी पढ़ें- पाकिस्तान को खुफिया जानकारी भेजने के आरोप में सेना का जवान गिरफ्तार, पंजाब पुलिस की कार्रवाई

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रक्षा मंत्रालय के प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय (पीसीडीए) के वरिष्ठ लेखा परीक्षक समेत तीन लोगों (जिसमें दो निजी व्यक्ति शामिल हैं) को रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने शनिवार को यह जानकारी दी.

सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने 7 फरवरी, 2025 को रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली के प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय (पीसीडीए) के अधिकारी और एक निजी व्यक्ति जो डिफेंस सप्लायर है, समेत दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोप है कि इन लोगों ने शिकायतकर्ता (जो खुद भी एक डिफेंस सप्लायर है) से उसके पहले से ही स्वीकृत बिलों के लिए 10 लाख रुपये की मांग की और उसके आगे के बिलों के भुगतान में बाधा डालने की धमकी दी.

सीबीआई ने दावा किया कि आरोपियों की पहचान दीप नारायण यादव (वरिष्ठ लेखा परीक्षक, प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय, रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली), आकाश कपूर (एक निजी कंपनी के मालिक और रक्षा सप्लायर) और दिनेश (कपूर के कर्मचारी) के रूप में हुई है.

सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी लोक सेवक दीप नारायण यादव ने कथित तौर पर पहली किस्त के रूप में 8 लाख रुपये स्वीकार करने पर सहमति व्यक्त की और शिकायतकर्ता को आरोपी निजी व्यक्ति (रक्षा सप्लायर) को भुगतान करने का निर्देश दिया.

सीबीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "सीबीआई ने शिकायतकर्ता से पहली किस्त के रूप में 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय (नई दिल्ली) के वरिष्ठ लेखा परीक्षक और निजी कंपनी के मालिक और दो निजी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया."

उन्होंने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी रक्षा सप्लायर के एक कर्मचारी को शिकायतकर्ता से पहली किस्त के रूप में 8 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ा. बाद में निजी कंपनी के मालिक व रक्षा सप्लायर को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

सीबीआई अधिकारी के अनुसार, जांच के दौरान आरोपी सरकारी अधिकारी की असली पहचान वरिष्ठ लेखा परीक्षक, प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक (पीसीडीए), रक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली के रूप में सामने आई और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. सीबीआई ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है.

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