रांची: झारखंड में इंडिया ब्लॉक की तरफ से कोडरमा सीट से वाम दल के भाकपा माले ने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. इसके बाद वाम दल के अन्य पार्टियों के अंदर कहीं ना कहीं मतभेद देखने को मिल रहा है. क्योंकि बतौर उम्मीदवार विधायक विनोद सिंह के नाम की घोषणा होते ही रविवार को झारखंड की चार लोकसभा सीटों से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि इंडिया गठबंधन ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की अपेक्षा की है. इसीलिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इंडिया गठबंधन की जीत हार के फिक्र किए बगैर ही अब अपनी महत्ता को बताने के लिए काम करेगा. सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने कांग्रेस पार्टी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है. इसीलिए कांग्रेस नेताओं को यह विचार करना चाहिए कि कैसे इंडिया गठबंधन में सभी दलों को एक सूत्र में बांधकर चुनाव लड़ा जाए.
सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी जिम्मेदारियां को नहीं निभाया और झारखंड में भाकपा को नजरअंदाज किया गया. उन्होंने कहा कि सीपीआई के वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस को यह प्रस्ताव दिया था कि अगर हजारीबाग सीट सीपीआई को दी जाती तो सीपीआई उसे जीत कर दिखाएगी. साथ ही इंडिया गठबंधन को हर लोकसभा क्षेत्र में मदद भी करेगी. लेकिन कांग्रेस ने सीपीआई को सीट न देकर भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को टिकट दे दिया गया.
वहीं वाम दल की विभिन्न पार्टियों की नाराजगी को देखते हुए भाकपा माले के वरिष्ठ नेता सुवेंदु सेन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कोडरमा लोकसभा में वाम दल की अन्य पार्टियों की नाराजगी देखने को नहीं मिलेगी. जल्द ही कोडरमा लोकसभा में सभी वाम दल एक साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी को हराने की दिशा में काम करेंगे.