शिमला:सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर जमकर निशाना साधा है. सीएम ने कहा प्रदेश के बिके हुए विधायक सलाखों के पीछे जाएंगे. मामले में जांच चल रही है, उसके पूरा होने के बाद बड़े खुलासे होंगे. इनमें से कोई भू माफिया, नशा माफिया तो कोई खनन माफिया बन गया है. धर्मशाला के विधायक ने भी 14 महीने में खुद को राजनीतिक मंडी में बेच दिया. मुख्यमंत्री ने ये बातें लोकसभा उम्मीदवार आनंद शर्मा के नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद जोरावर स्टेडियम में कही.
सीएम सुक्खू ने कहा हिमाचल के अब तक के इतिहास में हमारी सरकार ने एक साल में 2200 करोड़ रुपये का सर्वाधिक अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है. प्रदेश की जनता भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को बंद करने में हमारा साथ दे, हर वर्ग के लिए सरकार की पोटली पहले से अधिक खुलेगी. हमारा पूरा मंत्रिमंडल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में लगा हुआ है.
सीएम सुक्खू ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर निशाना साधा. सीएम ने कहा जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री रहते 5 साल सोए रहे, इसलिए प्रदेश का खजाना लुटा. भाजपा नेताओं ने प्रदेश के खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया है. आने वाले समय में इसका खुलासा भी किया जाएगा. कांग्रेस सरकार 15 महीने के कार्यकाल के आधार पर जनता की अदालत में राजनीतिक चुनौती का सामना कर रही है. नोट के दम पर वोट खरीदने वालों को सबक सिखाना जनता के हाथ में ही है.
सीएम सुखविंदर सुक्खू ने जनता से कहा कि पहली जून को कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से आनंद शर्मा को सांसद चुनकर भेजिए. उनकी आवाज राष्ट्रीय स्तर पर सुनी जाएगी. उनके मन में आम आदमी के लिए पीड़ा है. वह आम परिवार से इस मुकाम तक पहुंचे हैं. आनंद किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. उनके मन में हिमाचल बसता है. उन्होंने कांगड़ा के साथ ही पूरे हिमाचल में अपनी राज्यसभा की सांसद निधि दी है. पूर्व मनमोहन सरकार में आनंद शर्मा की तूती बोलती थी. वह मंडी में आईआईटी, कांगड़ा जिले में सेंट्रल यूनिवर्सिटी, एनआईएफटी, कंदरोड़ी में 150 रुपये का इंडस्ट्रियल पार्क, पालमपुर में टी बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय इत्यादि बड़ी सौगातें प्रदेश के लिए लाए हैं.
सुखविंदर सिंह ने कहा कि आनंद शर्मा पार्टी हाईकमान के कहने पर चुनाव मैदान में उतरे हैं. उन्होंने मुझे सीएम बनने पर कहा था कि अगर हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना है तो ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली 90 फीसदी आबादी के हाथ में सीधे पैसा पहुंचना चाहिए. हिमाचल सरकार ने 15 महीने के कार्यकाल में जनहित में काम किया है. प्रदेश में इतनी बड़ी आपदा आई, लेकिन केंद्र सरकार ने फूटी कौड़ी तक नहीं दी. जबकि छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी गुल्लकें तोड़कर दान दिया. भाजपा सिर्फ राजनीति करने में व्यस्त रही, लोगों के जख्मों पर मरहम नहीं लगाया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव में धर्मशाला से देविंदर सिंह जग्गी को मैदान में उतारा है. जो बिकाऊ नहीं, ईमानदार हैं. धर्मशाला नगर निगम में मेयर रहते देविंदर सिंह ने अच्छा काम किया है. वह मिलनसार हैं. जनता चुनाव में उनका साथ दे, धर्मशाला के बिकाऊ विधायक के बारे में जनता जानती है, उसे जनबल ही सबक सिखाएगा.
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