पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ग्रामीण कार्य विभाग, परिवहन विभाग और ग्रामीण विकास विभाग की बड़ी योजनाओं का शुभारंभ किया. जहां परिवहन विभाग की 43 डीलक्स बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, तो वहीं ग्रामीण कार्य विभाग के 'हमारा बिहार हमारी सड़क' मोबाइल एप का लोकार्पण किया. इसके साथ ही ग्रामीण विकास विभाग 638 करोड़ से अधिक की लागत में 6659 खेल मैदान बनाने का भी शुभारंभ किया. सभी कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास में आयोजित किए गए जिसमें दोनों उपमुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री मौजूद थे.
अत्याधुनिक परिवहन सेवा :नीतीश कुमार ने परिवहन विभाग की 43 डिलक्स बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के पूर्व डीलक्स बस का निरीक्षण किया. बस में दी जा रही सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली. नयी डीलक्स बसों के परिचालन से राज्य के विभिन्न हिस्से में लोगों को सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा. सस्ती, सुलभ, सुगम, सुरक्षित अत्याधुनिक सुविधायुक्त परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए इन 43 डिलक्स बसों का परिचालन राज्य के विभिन्न अंतरक्षेत्रीय मार्गों पर किया जाएगा.
ऐप से ग्रामीण इलाकों की सड़क भी गड्ढा मुक्त होगी :उसके बाद मुख्यमंत्री ने 'हमारा बिहार हमारी सड़क' मोबाइल ऐप का रिमोट का बटन दबाकर लोकार्पण किया. ग्रामीण कार्य विभाग अंतर्गत इस एंड्रॉयड आधारित मोबाइल ऐप का निर्माण किया गया है.
''इस अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था सुधरेगी बल्कि जनता की भागीदारी से बुनियादी ढांचे के विकास में भी तेजी आएगी. सभी सड़कें मेंटेन रहें, इसका विशेष ख्याल रखें. जनता द्वारा जो शिकायतें प्राप्त होंगी, उसका त्वरित समाधान करना सुनिश्चित करें. समस्याओं का समाधान करने के लिये लगातार मॉनिटरिंग करते रहें.''-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
'हमारा बिहार हमारी सड़क'मोबाइल ऐप के माध्यम से आमजन अब सड़कों की खराब स्थिति जैसे गड्ढे, क्षतिग्रस्त किनारे और अन्य समस्याओं की रिपोर्ट विभाग को कर सकेंगे. यह ऐप पूरे राज्य में उपलब्ध होगा और लोगों को आसानी से सड़क संबंधी समस्याओं को साझा करने का एक प्लेटफार्म प्रदान करेगा. ऐप पर किसी भी सड़क की खराब स्थिति का विवरण और उसकी तस्वीरें अपलोड की जा सकेंगी.
क्या है मकसद ? : मोबाइल ऐप निर्मित करने का उद्देश्य राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की देखभाल और रखरखाव में पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करना है. यह ऐप राज्य के सभी प्रखंडों के अनुरक्षणाधीन 65,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों की सूची प्रदान करेगा. उपयोगकर्ता अपने प्रखंड की सड़क का चयन कर सकते हैं और गड्ढों या अन्य समस्याओं की रिपोर्ट फोटो के साथ दे सकते हैं.
रखरखाव प्रक्रिया में आएगी पारदर्शिता :'हमारा बिहार हमारी सड़क' ऐप के माध्यम शिकायत दर्ज करने के बाद, संबंधित अधिकारी के द्वारा उस समस्या को तय समय सीमा में हल किया जाएगा और समस्या समाधान की स्थिति को भी ऐप के माध्यम से अपडेट किया जाएगा. एक बार समस्या हल हो जाने के बाद, संबंधित अधिकारी पुनः मरम्मत स्थल की तस्वीर अपलोड करेंगे. इससे ग्रामीण सड़कों के अनुरक्षण एवं रखरखाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी.