रामगढ़: झारखंड में प्रथम चरण के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. इस कड़ी में सीएम हेमंत सोरेन रविवार को बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस प्रत्याशी अंबा प्रसाद के पक्ष चुनाव प्रचार करने के लिए भुरकुंडा थाना मैदान पहुंचे. सीएम ने इस दौरान जनता से इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान करने की अपील की.इस दौरान जेएमएम, राजद, भाकपा माले और कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे.
झूठ की थाली लेकर घूम रहे विपक्ष के लोगः हेमंत
सीएम हेमंत सोरेन ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के लोग पूरे बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में झूठ की थाली लेकर घूम रहे हैं और लोगों को दिगभ्रमित कर रहे हैं. क्योंकि झारखंड के लोग सीधे-साधे और भोले-भाले होते हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बड़कागांव की जिम्मेवारी फिर से अंबा प्रसाद के हाथ में सौंपना चाहते हैं, ताकि आपकी बात और आपकी समस्या सीधे तौर पर हमारे तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी सरकार में विधायक ने बड़कागांव क्षेत्र के कई समस्याओं को सीधे सरकार तक पहुंचाया था. इस कारण कई शिकायतों का समाधान भी हुआ. कई समस्याएं बची हुई है जिनका समाधान करना बाकी है.
भाजपा पर सीएम हेमंत ने साधा निशाना
हेमंत सोरेन ने कहा कि जितनी चुनौती हमारी सरकार ने देखी है, उतनी चुनौती झारखंड राज्य गठन के बाद किसी दूसरी सरकार ने नहीं देखी. कोरोना के बाद जब हम लोगों ने काम करना शुरू किया तब यही भारतीय जनता पार्टी के लोग यही विपक्ष के लोग रोकने का बहुत प्रयास किया. सरकार गिराने का और विधायक खरीदने का काम होता रहा. हमें आए दिन झूठे आरोपों में ईडी और सीबीआई के चक्कर कटाते रहे. जब उसमें नहीं सके, तब जबरदस्ती मुझे जेल में डाल दिया, लेकिन जेल जाने के बावजूद भी मजबूती के साथ हम सरकार चलाते रहे और आज झारखंडियों के दुख-दर्द और गरीबों की समस्याओं का समाधान करते हुए आगे बढ़ रहे हैं.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड को सबसे अमीर राज्य होना चाहिए था, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि आज सबसे पिछड़ा राज्य बन गया है. उन्होंने कहा कि पांच साल नहीं, हमने ढाई साल में ही इतना काम किया कि उसके बोझ तले भारतीय जनता पार्टी का लोग जमीन में गड़कर रह जाएंगे.
रोटी, बेटी और माटी के लुटेरे हैं भाजपा के लोगः सीएम
सीएम हेमंत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग हम लोगों के बीच में आकर रोटी, बेटी और माटी को बचाने की बात कह रहे हैं, जबकि यह लोग सबसे बड़े लुटेरे हैं रोटी, बेटी और माटी की. बेटी की बात करते हैं असम के मुख्यमंत्री. एक साल से मंडरा रहे हैं. सुपारी ले रखे हैं यहां की सरकार को गिराने के लिए, लेकिन सरकार तो गिरी नहीं लेकिन 23 तारीख को धकेल कर यहां से बाहर करने का काम करेंगे. अगर वह हिमंता हैं तो यहां भी हेमंत सोरेन मजबूती से खड़ा है. एक साल मेरा बाल भी बांका नहीं कर पाए.
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