रामगढ़: वर्ष 2024 राजनीतिक दृष्टिकोण के साथ-साथ कई अन्य मामलों में काफी उठा-पटक से भरा रहा. पुलिस महकमे में भी एक एएसआई की मौत को लेकर थाना प्रभारी को डीजीपी ने सस्पेंड कर दिया था, साथ ही जिले में कई घोटाले भी इस वर्ष सामने आए हैं. जिसमें डॉक्टर के नाम पर अवैध निकासी, खाद्य आपूर्ति विभाग में पीडीएस घोटाला काफी सुर्खियों में रहा.
राहुल गांधी के दूसरे चरण की भारत जोड़ो न्याय यात्रा रामगढ़ जिला पहुंची. गोला के डीवीसी चौक पर राहुल गांधी ने सभा को संबोधित किया और पूरी रात उनका काफिला रामगढ़ जिले में रुका फिर अगले दिन सुभाष चौक चुट्टूपालू घाटी होते हुए रांची जिला की ओर प्रस्थान किया. वहीं गोला थाना में पदस्थापित 2018 बैच के सब इंस्पेक्टर मनीष कुमार को एसीबी की टीम ने 15000 रुपया घूस लेते गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
फरवरी महीने में रामगढ़ थाना में चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए मेलोनी क्लब निवासी अनिकेत नामक युवक को हाजत में बंद किया गया था. युवक ने हाजत के बाथरूम में फांसी लगा ली थी, उसकी मौत के बाद इस मामले में दो एएसआई और थाना के मुंशी को सस्पेंड कर दिया गया था. मौत मामले को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन और आंदोलन भी हुआ था.
बहन के ससुराल में डाका डाला और हत्या को अंजाम दिया
जून महीने में रामगढ़ थाना क्षेत्र के शहर के विद्या नगर मोहल्ले में बहन की ससुराल में अपने पति और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर रिटायर्ड रेलवे कर्मी अशर्फी प्रसाद की पत्नी सुशीला देवी के घर में पैर छूने के बाद उनके घर में घुसकर उनकी हत्या और बाद में डकैती कर घर में आग लगा दी, ताकि उनकी करतूत का पता नहीं चल सके लेकिन मोहल्ले के सीसीटीवी और रामगढ़ पुलिस की सक्रियता ने घटना में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
जुलाई महीने में रामगढ़ जिले के यातायात थाना में नवपदास्थापित एएसआई राहुल कुमार सिंह की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद यह पूरा मामला हाई प्रोफाइल हो गया था. घटना की सूचना पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जमकर बवाल काटा था. रामगढ़ पुलिस पदाधिकारियों की आलोचना करते हुए परिजनों ने इस मामले में जमकर खरी खोटी भी सुनायी थी.
राहुल के परिजनों ने रामगढ़ पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. मामला इतना बढ़ गया कि पोस्टमार्टम हाउस हजारीबाग प्रक्षेत्र के आयुक्त, रामगढ़ डीसी, हजारीबाग प्रक्षेत्र के डीआईजी, रामगढ़ एसपी, डीएसपी हेडक्वार्टर, एसडीपीओ सहित चार थाना प्रभारी और पुलिस के अधिकारी कर्मी काफी देर तक मौजूद रहे. बाद में राहुल कुमार सिंह के परिजनों ने रिम्स में डॉक्टरों की टीम की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया था. इस पूरे हाई प्रोफाइल मामले में तत्कालीन रामगढ़ थाना प्रभारी अजय कुमार साहू को डीजीपी ने सस्पेंड कर दिया था.
पैसा गबन का मामला हो या अनाज के गबन का जिले के डीसी चंदन कुमार लगातार ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं. जिले में बीते एक माह में इस तरह के अब तक तीन मामलों में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं. इसमें स्वस्थ्य विभाग में एक आदेशपाल की ओर से डॉक्टरों के नाम पर 5 फर्जी खाते खोलकर करीब चार करोड़ के गबन का मामला सामने आया है.
रामगढ़ उपयुक्त चंदन कुमार ने कई घोटाले में कार्रवाई की है, जिसमें गोला के तत्कालीन नाजिर को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है. उनके खिलाफ यह साबित हो चुका है कि गोला में रहते हुए उन्होंने मनरेगा योजनाओं में मिलीभगत कर 124 में से 59 योजनाओं की नकल की थी, यानी एक ही काम के लिए दो बार भुगतान लिया था. इस दौरान करीब 75 लाख रुपये की अवैध निकासी की गई थी. डीसी ने तत्कालीन नाजिर मोहम्मद गुलाम रसूल के ऊपर विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है.
3,90,00,000 रुपये की अवैध निकासी का मामला सामने आया है
स्वास्थ्य विभाग में भी एक घोटाला सामने आया है. एनएचआरएम में रामगढ़ स्वास्थ्य विभाग के एक चपरासी और उसकी लैब टेक्नीशियन पत्नी द्वारा फर्जी डॉक्टर के नाम पर अपने पांच बैंक खातों में लगभग 3,90,00000 रुपये की अवैध निकासी का खुलासा हुआ, जिसकी एसडीओ के नेतृत्व में गठित पांच सदस्यीय जांच कमेटी द्वारा की गई.
रामगढ़ डीसी ने सीआईडी से पूरे मामले की जांच कराने की अनुशंसा की है. जांच टीम द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में दो सिविल सर्जन जिसमें पूर्व सीएस डॉ प्रभात कुमार, वर्तमान सीएस डॉ महालक्ष्मी प्रसाद, स्वास्थ्य विभाग रामगढ़ की पूर्व डिस्ट्रिक्ट एकाउंट मैनेजर हिना अग्रवाल, वर्तमान डिस्ट्रिक्ट एकाउंट मैनेजर भोला शंकर गुप्ता, वर्तमान डीपीएम देवेंद्र भूषण श्रीवास्तव, अनुसेवक (चपरासी) अमजद हुसैन और उसकी पत्नी सरिता वर्जीनिया तिर्की की संलिप्तता पाई गई है.
जांच रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि रंजीत कुमार सिंह गलत यात्रा भत्ता लिए थे. फर्जी वाउचर से 55 लाख रुपये और टीडीएस के करीब 60 लाख रुपये की राशि अमजद और उसकी पत्नी के खाते में डाले जाने के साक्ष्य मिले हैं. इसके अलावा नए सदर अस्पताल में अग्निशमन उपकरण लगाने में भी 1.30 करोड़ राशि में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है.
जुलाई महीने में चौकीदार नियुक्ति मामले में राज्य का पहला जिला रामगढ़ बना, 72 चौकीदारों को सफलापूर्वक नियुक्ति किया गया और उन्हें नियुक्ति पत्र भी सौंपा गया, जो वर्तमान में जिले में काम कर रहे हैं.
जिले में राजनीतिक तौर पर भी काफी कुछ उलटफेर देखने को मिला
लोकसभा चुनाव 2024 में सांसद जयंत सिन्हा को टिकट नहीं दिया गया. हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल को हजारीबाग लोकसभा के लिए टिकट दिया गया था, जिसमें मनीष जायसवाल ने जीत दर्ज की. विधानसभा चुनाव 24 में इस बार जिले की तीन विधानसभा मांडू, रामगढ़ और बड़कागांव में काफी कुछ बदलाव हुआ है.
मांडू विधानसभा में 2019 में भाजपा के टिकट से जीते जयप्रकाश भाई पटेल ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली और हजारीबाग लोकसभा के लिए अपना भाग्य आजमाया था हालांकि वह भारी मतों के अंतर से हार गए थे, जिसके बाद विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस की ओर से विधायक प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन मांडू से आजू प्रत्याशी निर्मल महतो ने उन्हें 281 वोटो से हराकर जीत हासिल कर ली. निर्मल महतो पिछले तीन बार से मांडू विधानसभा में चुनाव लड़ रहे थे परंतु हर बार वह हार जा रहे थे.
रामगढ़ विधानसभा में 2024 के विधानसभा चुनाव में आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी को कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी ने हरा कर जीत दर्ज की. ममता देवी को आईपीएल गोली कांड में सजा मिली थी, जिसके कारण वह चुनाव नहीं लड़ सकती थी लेकिन हाईकोर्ट में स्टे मिलने के बाद वह चुनाव लड़ीं और जीत दर्ज की.
बड़कागांव विधानसभा 2024 विधानसभा चुनाव में पिछले 15 सालों का रिकॉर्ड टूटा. पिछले तीन विधानसभा चुनाव में योगेंद्र साव, निर्मला देवी और अंबा प्रसाद ने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन पिछले तीन बार आजसू टिकट पर चुनाव लड़ने वाले रोशन लाल चौधरी आजसू छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और उन्हें बड़कागांव से भाजपा प्रत्याशी बनाया गया और उन्होंने शानदार जीत हासिल की.
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