रुद्रप्रयाग:आसमान से भारी बारिश कहर बरपा रही है. जिस कारण रुद्रप्रयाग जिले में जगह-जगह भारी नुकसान हुआ है. भारी बारिश से केदारनाथ हाईवे के डोलिया देवी के पास लगातार पहाड़ी से भूस्खलन जारी है. वहीं बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में पहाड़ी से पत्थर और बोल्डर गिर रहे हैं. यहां बीते दिनों से पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी है. जहां आज सुबह एक कार भी मलबे की चपेट में आ गई. कार में सवार तीन लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई.
भारी बारिश से कई संपर्क मार्ग बाधित:इसके अलावा गंगोत्री-यमुनोत्री के साथ ही बदरी-केदार की यात्रा को जोड़ने वाला तिलवाड़ा-मयाली-घनसाली राज्य मार्ग भी स्यालसू में बंद पड़ा है. राज्य मार्ग पर सुमाड़ी-सेमा-बिराणगांव लिंक मार्ग कटिंग का मलबा आने से राज्य मार्ग 100 मीटर तक वॉशआउट हो गया है. राज्य मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जबकि मार्ग को खोलने में लोक निर्माण विभाग की जेसीबी मशीनें जुटी हुई हैं. वहीं आफत की बारिश से मल्यासू गांव को जोड़ने वाला पैदल मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. पैदल मार्ग पर कोटली-बांसी मोटरमार्ग कटिंग का मलबा आने से मार्ग 300 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया है. साथ ही पेयजल के साथ ही बिजली लाइन भी क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण परेशान हैं.
केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन:रुद्रप्रयाग जिले में पिछले एक सप्ताह से आफत की बारिश बरस रही है. लगातार हो रही बारिश के कारण केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है. बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ का पिछले तीन दशक से ट्रीटमेंट नहीं हो पाया है, जबकि पिछले 6 सालों से ऑल वेदर परियोजना के तहत पपड़ासू-खांखरा बाईपास नहीं बन पाया है. जिस कारण बदरीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ में हल्की बारिश में राजमार्ग बंद हो जाता है. इन दिनों हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हर दिन राजमार्ग यहां पर बंद हो रहा है. रविवार सुबह राजमार्ग पर मलबा आने के कारण एक कार चपेट में आ गई. कार में सवार लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान को बचाया.
जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे लोग:इसके अलावा केदारनाथ हाईवे पर भी सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है. हाईवे के डोलिया देवी के पास पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण राजमार्ग बार-बार बाधित हो रहा है. राजमार्ग के बाधित होने से देश-विदेश से केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु खासे परेशान हैं, जबकि केदारघाटी की जनता भी मुसीबतों का सामना कर राजमार्ग से आवाजाही कर रही है. एनएच विभाग की मशीनें राजमार्ग को खोलने में जुटी हुई हैं.