जमुई:बंगाल की खाड़ी में उठाचक्रवात डानाशुक्रवार को जमुई सहित बिहार के कई जिलों में किसानों के लिए आफत बनकर आयी. जमुई में 50 एकड़ में लगी धान की फसल बारिश और हवा के चलते गिर गई. वहीं पटना, भागलपुर, बांका, कटिहार, लखीसराय नवादा, शेखपुरा में काफी नुकसान पहुंचाया है. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया था कि शुक्रवार की दोपहर से चक्रवात का असर दिखने लगेगा. लेकिन इसका असर गुरुवार की रात से ही दिख रहा है. जमुई में रात से झमाझम बारिश हो रही है.
आफत बनकर आयी डाना तूफान:मौसम विभाग चक्रवाती तूफान दाना को लेकर जब से अलर्ट जारी किया है, तब से किसानों वर्ग काफी चिंतित नजर आने लगे हैं. हुआ भी वही जिसका डर किसानों को था, दरअसल, जमुई जिले में चक्रवाती तूफान डाना का दस्तक देने से पहले बुधवार देर रात जमकर हुई बारिश ने किसानों के फसलों पर आफत बनाकर बरसी. तेज बारिश होने और हवा से जिले भर में कई एकड़ धान की फसल पानी में गिर गई.
जमुई में बारिश से फसल नष्टःजमुई जिले के दस प्रखंड में से कई स्थानों से बेमौसम बारिश और सर्द हवा चलते भारी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान सदर प्रखंड के कुन्द्री सनकुरहा पंचायत के खड़सारी गांव में हुई है. यहां लगभग 50 एकड़ से ज्यादा खेत में लगे धान की फसल पानी में गिर गई. जिससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान होने की चिंता सता रही है.
"बुधवार की देर रात हुई मूसलाधार बारिश से खड़सारी गांव स्थित बहियार के 50 एकड़ में लगे धान का फसल पूरी तरह पानी में गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई है."- मुकुल कुमार, किसान, खड़सारी गांव
रात से चल रही तेज हवा:रात में तेज हवाओं के झोंके और बारिश से सबसे ज्यादा असर खेतों में दिख रहा है.खड़सारी गांव के किसान मुकुल कुमार, राजेश कुमार, राकेश कुमार, विरंची महतो, अमीर सिंह, प्रभाकर कुमार, श्रवण महतो पंकज महतो, शमशेर सिंह समेत दर्जन भर से अधिक किसानों ने बताया कि बुधवार की देर रात हुई मूसलाधार बारिश से खड़सारी गांव स्थित बहियार के 50 एकड़ में लगे धान का फसल पूरी तरह पानी में गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई है.
"धान की बाली लगी हुई. फसल जब एक बार गिर जाती हैं तब धान पक नहीं पाती है. इसके दाने भी पूरी तरह से बर्बाद हो जाते हैं. डाना तूफान और बारिश ने चिंता बढ़ा दी है. देररात से हो रही बारिश से कई एकड़ की फसल बर्बाद हो गई."-राजेश कुमार, किसान, खड़सारी गांव