आज के समय में डायबिटीज एक आम बीमारी है. डायबिटीज मूल रूप से अंग्रेजी शब्द है. इसे हिंदी में मधुमेह कहा जाता है. ग्रामीण क्षेत्र में आम बोलचाल की भाषा में इसे शुगर की बीमारी भी कहा जाता है. आधुनिक जीवन शैली और अनियमित खानपान की वजह से यह बीमारी हर वर्ग और उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रही है. देर से सोना, देर से जागना, असमय और अपौष्टिक भोजन ग्रहण करना, व्यायाम ना करना इस बीमारी के मुख्य कारण है.
जानलेवा भी साबित हो सकती है यह बीमारी
विशेषज्ञों को कहना है कि डायबिटीज दो प्रकार के होते है, टाइप-1 और टाइप-2 टाइप-1 ज्यादातर अनुवांशिक होता है और इंसूलिन प्रतिरोध की कमी की वजह से होता है. यह ज्यादातर बच्चों में देखने को मिलता है, जबकि टाइप-2, इंसुलिन पर प्रतिक्रिया करने में शरीर की अक्षमता के कारण होता है. पहले टाइप-2 साधारण तौर पर 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों में होता था, लेकिन अब यह उम्र घट कर 30 साल हो गई है. जो वाकई चिंता का विषय है. ऐसे में यदि कोई रोगी शुगर जैसी बीमारी से पीड़ित है, तो उसकी परेशानियां और बढ़ जाती हैं. सही इलाज और देखभाल के अभाव में यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है.
जड़ी-बूटियों और मसालों से भी ब्लड शुगर किया जा सकता है कंट्रोल
डायबिटीज से निपटने का एक तरीका है निर्धारित दवाओं का सेवन करना और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना, जबकि दवाएं, व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, आहार में बदलाव भी ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने में मदद कर सकते हैं. भारतीय रसोई जड़ी-बूटियों और मसालों का खजाना है. ऐसे में कुछ मसाले ब्लड शुगर लेवल को कुशल तरीके से प्रबंधित करने के लिए जाने जाते हैं, इन्हीं में से एक है लाल मिर्च.
लाल मिर्च ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार
जी हा! लाल मिर्च में कैप्साइसिन होता है, जो रक्त शर्करा नियंत्रण को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. शोध से पता चलता है कि कैप्साइसिन कोशिकाओं में ग्लूकोज के अवशोषण को बढ़ाकर ग्लूकोज चयापचय को नियंत्रित करने और रक्त शर्करा को कम करने में मदद कर सकता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक लेख में इस शोध का जिक्र किया गया है. लाल मिर्च में कैप्साइसिन होता है, जो शिमला मिर्च, चिली, जलापेनो और अन्य मिर्चों में भी पाया जाता है. जानें कि लाल मिर्च आपके स्वास्थ्य को कैसे लाभ पहुंचाती है.
लाल मिर्च खाने के फायदे
लाल मिर्च ( कैप्सिकम एनुअम ) पॉलीफेनॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाती है। लाल मिर्च में विटामिन ए, सी, ई और बी6 के साथ-साथ मैंगनीज, कॉपर, जिंक, आयरन, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे खनिज भी होते हैं. लाल मिर्च का उपयोग मुख्य रूप से भोजन में तीखापन लाने के लिए मसाले के रूप में किया जाता है. लाल मिर्च से निकाले गए यौगिक कैप्साइसिन का उपयोग दर्द से राहत (एनाल्जेसिया) के लिए किया जाता है. हालांकि लाल मिर्च के स्वास्थ्य लाभों के बारे में शोध सीमित है, इसके एनाल्जेसिक प्रभावों को छोड़कर, यहां आपके आहार में लाल मिर्च को शामिल करने के संभावित लाभ दिए गए हैं .
- वजन घटाने में मदद करता है
- हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
- रक्तचाप को प्रबंधित करें
- गठिया के दर्द को कम करता है
- तंत्रिका दर्द को कम करता है
- सिरदर्द से राहत
- दृष्टि में सुधार
- पाचन में सहायक
- नाक बंद होने से राहत
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है
- त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
- दांत दर्द का प्रबंधन
डिस्क्लेमर: यहां, आपको प्रदान की गई सभी जानकारी और सिफारिशें केवल आपकी समझ के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. हमारा सुझाव है कि आप इनका पालन करने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श लें.