पटना:बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में अब खरना के दिन भी अवकाश रहेगा. शिक्षा विभाग के नए आदेश के मुताबिक, खरना के दिन यानी 6 अक्टूबर को सरकारी विद्यालय बंद रहेंगे. इस संबंध में बिहार शिक्षा विभाग की तरफ से नया आदेश जारी कर दिया गया है. इसके बावजूद शिक्षक संघ की नाराजगी कम नहीं हुई है.
सरकारी विद्यालय 6 से 9 अक्टूबर तक बंद : बिहार सरकार के नए आदेश के मुताबिक, अब सरकारी विद्यालय चार दिन यानी 6 नवंबर, 7 नवंबर, 8 नवंबर और 9 नवंबर को बंद रहेंगे. शिक्षा विभाग ने आदेश की प्रति सभी जिलाधिकारी और शिक्षा पदाधिकारी को भेज सूचित कर दिया है.
खरना के दिन भी बंद रहेंगे सरकारी स्कूल : बता दें कि बिहार शिक्षा विभाग के कैलेंडर में छठ पर्व की छुट्टी 7 नवंबर, 8 नवंबर और 9 नवंबर को दी गई है. हालांकि चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत 5 नवंबर को नहाय खाय के साथ हो रही है. 6 नवंबर को खरना, 7 नवंबर को सध्या अर्घ्य और 8 नवंबर को छठ का समापन उषा अर्घ्य के साथ होगा.
2024 के कैलेंडर में बदलाव की मांग :देश की आजादी के बाद से बिहार के सरकारी स्कूलों में दिवाली से लेकर छठ महापर्व तक अवकाश रहता था. लेकिन शिक्षा विभाग के 2024 के कैलेंडर में बदलाव किया गया, और छठ पर सिर्फ तीन दिन छुट्टी घोषित की गई. जिसके बाद से आक्रोशित शिक्षक और संघ छुट्टियों को पहले की तरह करने की मांग कर रहे थे.
''दिवाली में एक दिन छुट्टी भी क्यों दिये साहब. वो भी रद्द कर दीजिये. उस दिन ज्यादा पढ़ेंगे बच्चे. शिक्षक को प्रताड़ित कर के बेहतर शिक्षा की कल्पना बेईमानी है.दिवाली की छुट्टी, भाई दूज पर भी सरकारी विद्यालय बंद रहेंगे. ऐसे में जिन शिक्षकों का विद्यालय से घर दूर है, वे दिवाली कैसे मना पाएंगे. बिहार सरकार और शिक्षा विभाग को इस पर विचार करना चाहिए और पहले की तरह छुट्टियों को बहाल करना चाहिए.''- मनोज कुमार, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ
'कैसे मनोगी दिवाली, सोचें सरकार' - शिक्षक :इधर बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ की तरफ से इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा गया है. संघ के अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद ने बताया कि''आजादी के बाद से दिवाली से लेकर छठ तक की छुट्टियों की परंपरा को तोड़ा गया. सरकार के फैसले से शिक्षकों में आक्रोश है.''
'सीधी बात हमें अवकाश दिया जाय' : वहीं बिहार के शिक्षकों का कहना है कि ''इस बार हमारी दिवाली कैसे मनेगी. छठ पर हम घर नहीं जा सकेंगे. दूसरे राज्य से लोग हमारे घर हमारे समाज में छठ मनाने आएंगे और हम विद्यालय खोलेंगे. हमेशा का ये ट्रेंड रहा है की बच्चे दिवाली से लेकर छठ तक विद्यालय नहीं आते है. ऐसे में शिक्षा विभाग किस लिए विद्यालय खुलवा रही है?. सीधी बात हमें जो अवकाश मिलता रहा है वो अवकाश दिया जाय.''