पटना: जेडीयू के कद्दावर नेता और केंद्र सरकार में मंत्री ललन सिंह के बिहार के मुसलमानों पर दिये गये बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. आरजेडी इस बयान पर सीएम नीतीश कुमार को घेरने में जुटी है. अब जेडीयू ने विपक्ष पर पलटवार किया है. जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ललन सिंह के बयान को गलत तरीके से परोसा गया है, जबकि उनका कहना अलग है. उन्होंने कहा कि यह सच है कि अल्पसंख्यक जिस तरह से जेडीयू से पहले जुड़े थे, वैसे अब जुड़े नहीं है.
अशोक चौधरी ने विपक्ष को घेरा: अशोक चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश ने अल्पसंख्यकों के लिए जितना काम किया है. उतना किसी ने नहीं किया. सीएम ने उनके स्वास्थ्य, रोजगार और शिक्षा की चिंता की है, फिर भी वो जेडीयू से नहीं जुड़ते हैं. एनडीए सरकार ने उनके विकास के लिए बहुत काम किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 19 साल में 40 करोड़ के बजट को 700 करोड़ करने का काम किया है. हिंदुस्तान में बिहार पहला राज्य है जहां हज भवन में बीएससी और आईएएस की तैयारी के लिए कोचिंग की व्यवस्था किया.
"ललन सिह के कहने का वो मतलब नहीं है, जो विपक्ष बताना चाह रहा है. नीतीश कुमार ना मुसलमान हैं, न हिंदू, ना सिख और न ईसाई. नीतीश कुमार इंसान हैं. सबके लिए एक बराबर काम कर रहे हैं. प्रदेश में मदरसा के शिक्षकों के लिए 7वां पे कमीशन चालू किया. हमारे नेता ने जिस भावना से काम किया है. अल्पसंख्यक उस ढंग से हमारे साथ वोट में नहीं बदले."- अशोक चौधरी, मंत्री
ललन से समर्थन में उतरे नीरज कुमार: सोमवार को बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई. सत्र में भाग लेने विधानसभा पहुंचे विधान पार्षद नीरज कुमार ने मीडिया कर्मियों से बात की. पत्रकारों ने उनसे ललन सिंह के बयान पर सवाल पूछा. इसके जबाव में नीरज कुमार ने कहा कि इसमें कहीं से भी कोई गलती नहीं है लेकिन विपक्ष के लोग जो इस बयान पर हाय तौबा मचा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने अपनी राय रखी है जो बातें उन्हें समझ में आई. हमारे नेता औरनीतीश कुमार सभी धर्म और सभी वर्गों के लोगों को लिए काम किया है.
"बिहार में विपक्ष का हंगामा करना ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक्फ बोर्ड के लिए बिहार में नजीर पेश की है. 100 करोड़ से ज्यादा रुपए लगाकर अल्पसंख्यक छात्रावास और मार्केट बनाया गया है. बड़े-बड़े भवन वक्त के संपत्ति पर बनाए गए हैं. यह बात विपक्ष को नहीं पता है सिर्फ और सिर्फ हंगामा कर रहा है. अल्पसंख्यकों के लिए जो काम हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है. वह काम विपक्ष का सोच कभी नहीं रहा था. यह बात भी विपक्ष को समझनी चाहिए." - नीरज कुमार, विधान पार्षद
AIMIM ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना: ललन सिंह के बयान पर बिहार में सियासत गर्म हो गई है. उनके बयान की एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने कड़ी निंदा की है. अख्तरुल इमान ने कहा कि ललन सिंह ने जदयू के मुस्लिम नेताओं को सोचने वाली बात कही है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में हिम्मत है तो मुसलमान के लिए क्या काम किया है रिपोर्ट कार्ड जारी करें.
मुसलमान को नौकरियों से वंचित रखा: अख्तरुल इमाम ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुसलमान का विनाश किया है. मुसलमान को 195000 नौकरियों से वंचित रखा गया है झूठा बयान दे रहे हैं.भाजपा के वफादारी में कोई चरण छू रहा है तो कोई बयान दे रहा है लेकिन मुसलमान के लिए कोई काम इस सरकार में नहीं हुआ है.
ललन सिंह ने क्या कहा था?: बता दें कि मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज में आयोजित जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने लालू-राबड़ी के शासनकाल पर हमला किया और कहा कि बिहार में अल्पसंख्यकों की स्थिति के बारे में सभी जानते हैं. नीतीश कुमार ने सत्ता में आने के बाद उनके विकास के लिए कई काम किए. मदरसा शिक्षकों को मात्र चार हजार रुपये मिलते थे, वहीं आज सातवें वेतन आयोग के हिसाब से सैलरी मिलती है. इसके बावजूद अल्पसंख्यक समाज को वोट हमें नहीं मिलता है.
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