भोपाल:सांची दुग्ध संघ को घाटे से उबारने के लिए नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड के साथ मध्यप्रदेश सरकार ने अनुबंध किया है. जिसके बाद अब एनडीडीबी के अधिकारियों ने सांची दुग्ध संघ का काम अपने हाथ में लेना शुरू कर दिया है. अभी अधिकारी सांची दुग्ध संघ के काम को समझ रहे हैं. कर्मचारियों का डाटा तैयार किया जा रहा है. जो कर्मचारी काम करने में लापरवाही करते हैं, ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट तैयार की जा रही है. जिससे इनकी जगह नए कर्मचारियों की भर्ती कर पुराने कर्मचारियों को वीआरएस दिया जा सके. इसके साथ ही एनडीडीबी के अधिकारी सांची के आय-व्यय की जानकारी भी जुटा रहे हैं.
कर्मचारियों और दुग्ध उत्पादकों को देंगे प्रशिक्षण
एनडीडीबी अधिकारियों ने बताया कि एमपीसीडीएफ यानि मध्यप्रदेश स्टेट को-आपरेटिव डेयरी फेडरेशन की कमान संभालने के बाद एनडीडीबी सांची दुग्ध संघ की कार्यप्रणाली में व्यापक स्तर पर बदलाव करेगा. इसके लिए सरकार से अनुबंध भी किया जाएगा. एनडीडीबी द्वारा दुग्ध संघ के कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा. किसानों और दुग्ध संग्रहण करने वाली समितियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसमें उन्हें दूध उत्पादन बढ़ाने, दूध का सुरक्षित संग्रहण करने और इसकी शुद्धता बनाए रखने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
5 साल में दो गुना होगा उत्पादन
सांची दुग्ध संघ के अधिकारियों ने बताया कि एनडीडीबी द्वारा कमान संभालने के बाद कच्चे दूध की प्रोसेसिंग करने, पावडर बनाने और अन्य उत्पाद बनाने के लिए अत्याधुनिक प्रोसेसिंग प्लांट स्थापति किया जाएगा. जिसमें एक साथ सभी दुग्ध उत्पादों की प्रोसेसिंग की जा सकेगी. वर्तमान में दूध के विभिन्न उत्पाद बनाने के लिए अलग-अलग स्तर पर प्रोसेसिंग की जाती है. दुग्ध संघ के एमडी सतीश कुमार एसने बताया कि "अभी एनडीडीबी के अधिकारी संघ के आय-व्यय और व्यवस्थाओं की जानकारी ले रहे हैं. यहां के कर्मचारियों की जानकारी भी जुटा रहे हैं."