मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

हिंदी विश्वविद्यालय में उंगलियों पर गिन एडमिशन हुए सिर्फ 4, ये कोर्स हो सकते हैं बंद - Atal Bihari Hindi University

अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय में 74 कोर्स का संचालन हो रहा लेकिन पढ़ने के लिए नए शैक्षणिक सत्र में केवल 200 स्टूडेंट्स ने ही एडमिशन लिया है. यहां कई कोर्स ऐसे हैं जहां स्टूडेंट्स तो हैं लेकिन पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं तो कई विभाग ऐसे हैं जहां शिक्षक तो हैं लेकिन छात्र नहीं.

BHOPAL ATAL BIHARI HINDI UNIVERSITY
अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय में हिंदी संकाय में हुए मात्र 4 एडमिशन (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 14, 2024, 12:32 PM IST

Updated : Sep 14, 2024, 1:06 PM IST

भोपाल:देश का एक मात्र अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल के मुगालिया छाप में 12 साल पहले बनाया गया था लेकिन तब से ही इसकी हालत में सुधार नहीं हो पा रहा है. ना तो यहां सभी कोर्स को पढ़ाने के लिए पर्याप्त फैकल्टी मिल रही है और ना ही पढ़ने के लिए स्टूडेंट आ रहे हैं. हालत यह है कि नये शैक्षणिक सत्र में भी यहां 29 विभागों में 74 कोर्स का संचालन हो रहा है लेकिन इनमें पढ़ने के लिए केवल 200 स्टूडेंट्स ने ही एडमिशन लिया है.

केवल हिंदी विषय में 4 एडमिशन, बाकी सीटें खाली

बता दें कि विश्वविद्यालय में 29 विभागों के 74 कोर्स में 1447 सीटें हैं. नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 300 छात्रों ने इन कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन किया था. लेकिन इसमें से 200 लोगों ने ही एडमिशन लिया. यदि हिंदी संकाय की बात करें तो यहां स्टूडेंट की 20 सीटें हैं. लेकिन इसमें भी केवल 4 स्टूडेंट ने ही एडमिशन लिया है. करीब 24 कोर्स ऐसे हैं, जहां एक या दो छात्रों ने ही दाखिला कराया है.

स्टूडेंट्स को पढ़ाने वाले ही नहीं

अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय में 18 प्रोफेसरों के स्टाफ की स्वीकृति है. इनमें 13 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति इसी साल की गई है. कई कोर्स ऐसे हैं जहां स्टूडेंट्स ने एडमिशन तो लिया है लेकिन पढ़ाने वाले नहीं हैं. वहीं कुछ कक्षाओं में टीचर तो हैं लेकिन स्टूडेंट्स का टोटा है. यहां बीएड कोर्स में 50 लोगों ने एडमिशन लिया है लेकिन इनको पढ़ाने के लिए केवल एक ही शिक्षक है. वहीं पत्रकारिता के कोर्स में एक दर्जन से अधिक स्टूडेंट ने एडमिशन लिया लेकिन पढ़ाने वाला कोई नहीं है. इसी तरह केमेस्ट्री और लॉ डिपार्टमेंट में टीचर तो हैं लेकिन स्टूडेंट नहीं हैं.

ये भी पढ़ें:

रिटायरमेंट की उम्र में अपॉइंटमेंट, अपात्र लोगों को विश्वविद्यालय में बना दिया असिस्टेंट प्रोफेसर

सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नेतृत्व में हिंदी विश्वविद्यालय के अतिथि शिक्षक गवर्नर से मिले

एडमिशन नहीं हुए तो कई कोर्स हो जाएंगे बंद

अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय में स्टूडेंट की कमी के कारण साल 2018 में 70 कोर्स बंद करने पड़े थे. इन कोर्स में एक से दो प्रवेश ही हुए थे. अब एक बार फिर स्टूडेंट की कमी से जूझ रहे विश्वविद्यालय में कोर्स कम किए जा सकते हैं. दरअसल विवि की कार्यपरिषद का निर्णय है कि यदि किसी संकाय में 5 से अधिक एडमिशन नहीं होते तो उसे बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में इस बार भी कई कोर्स बंद हो सकते हैं. वहीं इस मामले में अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार शैलेंद्र जैनने बताया कि "नए और पुरानों को मिलाकर यहां कुल 600 से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं. 13 नियमित और 25 अतिथि विद्वान भी नियुक्त किए गए हैं. विवि की सेवाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है."

Last Updated : Sep 14, 2024, 1:06 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details