पटना: पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है उससे लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा हुई है. कोर्ट ने यह बता दिया है कि देश में लोकतांत्रिक मूल्य जिंदा है. उन्होंने कहा कि वह कोर्ट से यही अपेक्षा रखते हैं कि आगे आने वाले दिनों में भी यदि लोकतांत्रिक मूल्यों का वायलेशन होता है तो इसी प्रकार रक्षा करे. देश में विभिन्न जगहों पर विधायिका में जो लोग आए हैं वह जनता को ठग करके ऐसे निर्देश ला रहे हैं जो समाज में विभेद पैदा करने वाले हैं.
"ऐसे निर्णय देश को दो समुदाय में बांटने वाले हैं. इसके खिलाफ जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला है उसका स्वागत करते हैं. कोर्ट के फैसले ने यह बता दिया है कि देश में लोकतांत्रिक मूल्य जिंदा है."- आलोक मेहता, पूर्व मंत्री व राजद नेता
बिहार की जनता के साथ धोखा: बिहार भाजपा के नेताओं द्वारा बिहार में भी कांवरिया पथ पर दुकानदारों के नाम बोर्ड पर लिखने की अनिवार्यता की मांग करने के मामले पर आलोक मेहता ने कहा कि बिहार की विधायिका में भी ऐसे लोग आ गए हैं. जो ठग करके लोगों का वोट लेने का काम किए हैं और समाज को दो समुदाय में बांटने की कोशिश कर रहे हैं. चुनाव से पहले विशेष दर्जे की बात करने वाले लोग, जीतने के बाद संसद में कह दिए कि बिहार को विशेष दर्जा नहीं मिलेगा. यह बिहार की जनता के साथ धोखा है.