सीतामढ़ी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 दिसंबर से ही प्रगति यात्रा पर है. गुरुवार को शिवहर और सीतामढ़ी पहुंचे और दोनों जिलों को करोड़ों की सौगात दी है. उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री मनियारी में करोड़ों की लागत से बने सतुआही पोखर का उद्घाटन किया. वहीं मनिहारी पंचायत सरकार भवन में पहुंचकर उन्होंने ने जिम सहित पंचायत सरकार भवन का उद्घाटन किया. इसके बादे सीएम हवाई मार्ग से सीतामढ़ी जिले के टूटे तटबंधों का निरीक्षण किया.
किसानों में खुशी: लोकसभा चुनाव में भी मिल को लेकर पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने मिल खुलवाने का आश्वासन दिया था. चीनी मिल के उद्घाटन से क्षेत्र के गन्ना किसानों में खुशी की लहर है और उनका मानना है कि चीनी मिल के चालू होने के बाद अब उनके अच्छे दिन लौट आएंगे. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले रीगा चीनी मिल के उद्घाटन को जिले के लिए बड़ी सौगात माना जा रहा है.
1932 में अंग्रेजों ने चालू किया था रीगा चीनी मिल: 1932 ईस्वी में अंग्रेजों ने स्थानीय लोगों के रोजगार और किसानों के लिए रीगा चीनी मिल की स्थापना की थी. जिसके बाद लाखों किसान और हजारों की संख्या में मजदूरों को रोजगार मिला था. 2020 में रीगा चीनी मिल बंद हो गया और किसानों के करोड़ों रुपया मिल पर बकाया था. इसके बाद किसान और मजदूर लगातार मिल खुलवाने की मांग कर रहे थे.
ये थे मौजूद: इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, सीतामढ़ी सांसद देवेश चंद्र ठाकुर और शिवहर सांसद लवली आनंद सहित कई कई एनडीए के नेता मौजूद थे. उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री मनियारी निकल गए.
"प्रगति यात्रा पर नीतीश कुमार सीतामढ़ी में रीगा चीनी मिल का किया उद्घाटन. इससे किसानों में खुशी की लहर है और उनका मानना है कि चीनी मिल के चालू होने के बाद अब उनके अच्छे दिन लौट आएंगे."-नागेंद्र सिंह, किसान नेता
ये भी पढ़ें
- आज फिर से 'प्रगति यात्रा' पर निकलेंगे नीतीश कुमार, सीतामढ़ी में रीगा चीनी मिल का करेंगे शुभारंभ
- 'रीगा चीनी मील में इसी साल शुरू होगी पेराई, किसानों के बकाया का होगा भुगतान'- मोतिहारी में बोले, गन्ना उद्योग मंत्री - Sugarcane farmer seminar
- पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह बोले- 'राज्य सरकार की लापरवाही से बंद हुआ रीगा चीनी मिल'
- रीगा शुगर मिल की दो इकाइयां डिस्टलरी और फर्टिलाइजर बंद, 175 श्रमिकों के सामने आर्थिक संकट