शिमला: शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने हाल ही में बयान दिया था कि स्ट्रीट वेंडर्स को अपनी पहचान बतानी होगी. उनके बयान के बाद विक्रमादित्य सिंह और उनका ये बयान चर्चाओं में आ गया. मामले की गंभीरता को समझते हुए पार्टी ने विक्रमादित्य सिंह को दिल्ली तलब कर लिया. बीते कल दिल्ली में उनकी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक भी हुई थी. कांग्रेस अब इस मामले में डैमेज कंट्रोल करती हुई नजर आ रही है, क्योंकि उसे देशभर में दूसरी पार्टियों के नेताओं की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है.
वहीं, आज ANI के साथ बातचीत के दौरान विक्रमादित्य सिंह ने केसी वेणुगोपाल के साथ हुई मुलाकात को लेकर कहा, "कल अच्छी बैठक हुई, हिमाचल प्रदेश के संदर्भ में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. मैंने उन्हें विश्वास दिलाया है कि पार्टी के सिद्धातों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है. हम पार्टी के कर्मठ सिपाही हैं, लेकिन हिमाचल में चल रहे विवाद को ठीक करने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. रेस्तरां, दुकान मालिकों के नाम दुकानों पर डिस्पले करने के संबंध में भी चर्चा हुई और मैंने उन्हें आश्वस्त किया कि पार्टी के निर्देशों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है. हम पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं. मैंने उन्हें यह भी बताया है कि सरकार और मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से चल रहे इस विवाद को सुलझाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. वेंडिंग जोन के मुद्दे पर एक सर्वदलीय समिति बनाई गई है. इसमें हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के भी निर्देश हैं. हिमाचल का 2016 का वेंडिंग एक्ट भी है उसे आने वाले समय में कैसे लागू किया जाएगा इस पर विचार किया जाएगा. हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते, देश के किसी भी कोने से लोगों का राज्य में स्वागत है, लेकिन स्थानीय लोगों की चिंताओं और आंतरिक सुरक्षा का ख्याल रखना भी हमारी जिम्मेदारी है और इस संबंध में मैंने पार्टी से कहा है कि सरकार इस पर हाईकमान के साथ मिलकर काम करेगी." वहीं उनके इस्तीफे की चल रही खबरों पर उन्होंने कहा कि, "ये सब निराधार खबरें हैं, इन पर प्रतिक्रिया देने की कोई जरूरत नहीं है."
'हाईकमान के आदेशों का होता है पालन'