पटना:इन दिनों बिहार में डेंगू के मामले बढ़े हुए हैं. बीते 24 घंटे में प्रदेश में डेंगू के 33 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें अकेले पटना में 16 मामले मिले हैं. इसके अलावा सिवान और गोपालगंज में भी 3-3 डेंगू मरीज मिले हैं. प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर के 808 हो गई है. वहीं यदि पटना जिले की बात करें तो पटना में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 359 हो गई है. जिले में सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर 30 के करीब मरीज हैं जो इलाजरत हैं.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?: डेंगू को लेकर के पटना हॉटस्पॉट बना हुआ है. पटना के एनएमसीएच हॉस्पिटल में डेंगू को लेकर के 55 बेड का डेडीकेटेड वार्ड बनाया गया है. वहीं, अस्पताल अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह का कहना है कि जिन मरीजों का प्लेटलेट्स 50000 से कम है, अथवा अत्यधिक उल्टी की शिकायत पेट दर्द की शिकायत आ रही है तो उन्हें अस्पताल में एडमिट होना चाहिए.
"डेंगू मरीज घर में है तो मच्छरदानी के भीतर ही रहे. घर में डेंगू से बचने के लिए कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें. फ्रिज के पीछे, कूलर, रद्दी सामान और बगीचे के गमले जहां पानी इकट्ठा होते हैं, उन जगहों पर पानी इकट्ठा नहीं होने दें. ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करें."- डॉ. विनोद कुमार सिंह, अस्पताल अधीक्षक, एनएमसीएच, पटना
पटना में एंटी लार्वा का छिड़काव: वहीं, पटना में जिस प्रकार डेंगू के मामले बढ़े हुए हैं, इसको देखते हुए पटना नगर निगम ने एंटी लार्वा के छिड़काव का अभियान तेज कर दिया है. डेंगू प्रभावित इलाकों में 500 मीटर तक फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव हो रहा है. इसके लिए प्रतिदिन 375 टीम के द्वारा शहर के सार्वजनिक स्थान और 10000 घरों में छिड़काव कार्य किया जा रहा है. अस्पतालों में एंटी लार्वा छिड़काव और फॉगिंग के लिए 25 कर्मियों की टीम बनाई गई है. इसके अलावा निगम द्वारा जिंगल के माध्यम से आम जनों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
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