कैंसर ने एक और पूर्व फुटबॉलर की ली जान, इटली के विश्व कप आइकन शिलासी का हुआ निधन - SALVATORE SCHILLACI DEMISE
SALVATORE SCHILLACI DIES: इटली के विश्व कप आइकन साल्वाटोर शिलासी का बुधवार को निधन हो गया. उन्होंने देश की जर्सी में कोई लंबा करियर नहीं सिर्फ 16 मैच खेले हैं इसी दौरान वह वहां के स्टार खिलाड़ी बन गए. पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली :इटली के लिए राष्ट्रीय टीम की जर्सी में केवल 16 मैच खेलने वाले पूर्व फुटबॉलर साल्वाटोर शिलासी का बुधवार को निधन हो गया. उन्होंने इस दौरान विश्व कप आइकन का खिताब अर्जित किया. 1990 विश्व कप में छह गोल करने वाले और गोल्डन बूट जीतने वाले साल्वाटोर को विश्व फुटबॉल में 'टोटो' के नाम से जाना जाता था. कोलन कैंसर नामक बीमारी ने महज 59 साल की उम्र में इस प्रतिष्ठित फुटबॉलर को छीन लिया.
साल्वाटोर 'टोटो' शिलासी 2022 से कोलन कैंसर से जूझ रहे थे. मालूम हो कि हालत बिगड़ने के कारण पूर्व फुटबॉलर को कुछ दिन पहले पलेर्मो के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था शिलाची की मौत की खबर की पुष्टि आज सुबह उस अस्पताल ने की अपने करियर में मेसिना, जुवेंटस, इंटर मिलान जैसे क्लबों के लिए खेलने के बावजूद, प्रशंसक शिलासी को 1990 विश्व कप के लिए याद रखेंगे.
1990 के घरेलू मैदान पर विश्व कप में ऑस्ट्रिया के विरुद्ध शिलासी का पहला गोल एक स्थानापन्न खिलाड़ी के रूप में आया संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ स्थानापन्न के रूप में आने के बाद उन्हें चेक गणराज्य के खिलाफ पहली एकादश में मौका मिला. टोटो की मौत पर उनके क्लब जुवेंटस ने एक बयान में लिखा, 'हमें बहुत कम समय में टोटो से प्यार हो गया. उनकी अदम्य इच्छाशक्ति, फुटबॉल के प्रति उनका जुनून हर मैच में साफ दिखता था.
जुवेंटस के लिए शिलासी ने 90 मैचों में 26 गोल किए इसके बाद उन्होंने इंटर मिलान के लिए 30 मैचों में 11 गोल किए हालांकि देश की जर्सी में उनका करियर बहुत लंबा नहीं था, लेकिन शिलाची ने क्लब फ़ुटबॉल में चार सौ से अधिक मैच खेले. उनके करियर के गोलों की संख्या डेढ़ सौ से ज्यादा है.
शिलासी के निधन पर दुख जताते हुए इंटर मिलान ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'उन्होंने 1990 की जादुई रातों में इटली के लोगों को सपने दिखाए. टोटो के निधन पर पूरा इंटर मिलान परिवार उनके परिवार के साथ है.