सियोल: दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में सोमवार को एक लिथियम बैटरी प्लांट में भीषण आग लगने से तकरीबन 22 लोगों की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक, लिथियम बैटरी के फटने से यह घटना घटी, मरने वालों में अधिकतर चीनी प्रवासी श्रमिक थे. वहीं, आज मंगलवार को बचावकर्मी फैक्ट्री भवन में जले हुए अवशेषों की तलाश कर रहे थे, ताकि आग के शिकार अन्य लोगों की तलाश की जा सके.
दक्षिण सियोल के ह्वासोंग शहर में स्थित फैक्ट्री में सोमवार सुबह जब आग लगी, तब 100 से अधिक लोग काम कर रहे थे. अग्निशमन अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कैमरों में फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर धुआं उठता हुआ दिखाई दिया, इसके तुरंत बाद उस जगह से चिंगारी निकलने का पता चला जहां लिथियम बैटरियां रखी हुई थीं. अधिकारियों को शक है कि फैक्ट्री में और भी मजदूरों की लाश फंसी हो सकती है. जिसके लिए यह तलाशी ली गई.
जानकारी के मुताबिक, इस घटना के एक पीड़ित को आज अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, वहीं, सोमवार को घटना के बाद अग्निशमन कर्मियों ने फैक्ट्री से एक-एक करके 21 शव निकाले. बताया गया कि मृतकों में अठारह चीनी, दो दक्षिण कोरियाई और एक लाओटियन श्रमिक थे. वहीं, दक्षिण कोरिया से भी एक मृतक शामिल है.
बता दें, चीन और दक्षिण कोरिया के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से कई चीनी लोग (जिनमें जातीय कोरियाई भी शामिल हैं) नौकरी की तलाश में दक्षिण कोरिया चले गए हैं. दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के अन्य प्रवासी मजदूरों की तरह कारखानों, निर्माण स्थलों और रेस्तरां में काम करते हैं. यह श्रमिक यहां काफी 'कठिन, खतरनाक और गंदे' काम करते हैं, जिन्हें ज्यादा संपन्न दक्षिण कोरियाई लोग नहीं करते.