हैदराबाद:तेलंगाना के हैदराबाद में स्थित सिकंदराबाद के KIMS अस्पताल के डॉक्टरों ने देश की पहली न्यूनतम इनवेसिव लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी को सफलतापूर्वक करने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया 63 वर्षीय व्यक्ति पर की गई थी, जो लिवर सिरोसिस से पीड़ित था और मरीज को पांच दिन बाद छुट्टी दे दी गई.
वरिष्ठ सलाहकार हेपेटोबिलरी पैनक्रियाज और लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. सचिन डागा, जिन्होंने सर्जन की टीम का नेतृत्व किया, उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि चीरा लगाने के बाद एक छोटे से छेद के माध्यम से सर्जरी की गई थी. उन्होंने कहा कि इस सर्जिकल दृष्टिकोण ने मांसपेशियों की क्षति को रोका और रिकवरी में काफी तेजी लाई. उन्होंने कहा कि सिरोसिस के रोगियों के लिए लिवर ट्रांसप्लांट अक्सर सबसे अच्छा उपचार विकल्प होता है, लेकिन पारंपरिक सर्जरी में बड़े चीरों की आवश्यकता के कारण रिकवरी अवधि लंबी होती है.
उन्होंने कहा कि इस न्यूनतम इनवेसिव विधि से, रोगी कम दर्द और निशान के साथ अधिक तेजी से ठीक हो सकते हैं. डॉ. डागा ने कहा कि यह सर्जरी ट्रांसप्लांट देखभाल में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश भर के लिवर रोगियों को नई उम्मीद प्रदान करती है.