नई दिल्ली: नई दिल्ली के सराय रोहिल्ला इलाके में, एक झोलाछाप और दो वॉर्ड बॉय ने अल्ट्रासाउंड मशीन लूटने के लिए एक बुजुर्ग की हत्या कर दी. बता दें कि झोलाछाप डॉक्टर ने अपने क्लिनिक के लिए उपकरण चोरी करने की पूरी साजिश रची थी.पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
उत्तर दिल्ली के सराय रोहिल्ला थाना पुलिस ने 1 फरवरी को हुई हत्या के मामले को सुलझाते हुए मुजफ्फरनगर के रहने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड प्रवेश आलम को सबसे पहले गिरफ्तार किया जो की एक झोलाछाप है और मुजफ्फरनगर में ही भारत मेडिकल के नाम से एक क्लीनिक चलाता है .जबकि दोनों अन्य आरोपी मुजफ्फरनगर के ही अलग-अलग अस्पताल में वार्ड बॉय का काम करते थे.
दरअसल 1 फरवरी को सर रोहिल्ला थाना पुलिस को जानकारी मिली कि विवेकानंद पुरी के बी ब्लॉक स्थित एक शॉपिंग कांप्लेक्स के बेसमेंट के अंदर एक व्यक्ति का शव देखा गया है. पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो फर्श पर मोती बाग इलाके के रहने वाले 68 वर्षीय रामवीर सिंह बेसुध पड़े हुए थे. शरीर पर चोट के निशान नहीं थे लेकिन परिसर से अल्ट्रासाउंड मशीन लैपटॉप और कुछ अन्य सामान गायब था जिसको देखते हुए मृतक के बेटे ने हत्या की आशंका जताई. 14 फरवरी को पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और फिर पूरे मामले की जांच शुरू की गई.
एसीपी नरेश के सुपरविजन में पुलिस की एक टीम बनाई गई जिसे क्राइम सीन से सभी रूट के अलग-अलग करीब 300 सीसीटीवी कैमरा के फुटेज को चेक किया. जिसमें मौका ए वारदात से तीन संदिग्ध को कार में देखा गया और कार का नंबर प्लेट से रजिस्ट्रेशन निकल गया इसके बाद पुलिस की एक टीम मुजफ्फरनगर पहुंची. जहां पुलिस ने अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की और एक-एक कर सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया .
इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड मोहम्मद परवेज है जो की 27 साल का है और मुजफ्फरनगर में ही एक लोकल क्लीनिक चलाता है वहीं दो अन्य आरोपी निखिल और नासिर अलग-अलग अस्पताल में वार्ड बॉय का काम करते थे पुलिस इन्हीं से पूछताछ करते हुए उनकी निशान देही पर लूटा हुआ सामान भी बरामद कर लिया है.
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है अभी तक की जांच में साफ हुआ है कि परवेज आलम जो कि मामले का मास्टरमाइंड है और उसे अपने क्लीनिक के लिए अल्ट्रासाउंड मशीन और कुछ अन्य सामानों की जरूरत थी. ऑनलाइन सर्च करने पर परवेज आलम को रणवीर सिंह के बारे में जानकारी मिली जिसके बाद पूरी साजिश रचते हुए इस वारदात को अंजाम दिया गया. फिलहाल तीनों ही आरोपी सलाखों के पीछे हैं.
उत्तरी जिले के डीसीपी राजा बांठिया ने कहा पुलिस को जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मृतक के बेटे के बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे फुटेज को खंगाला और टेक्निकल सर्विलांस के साथ-साथ लोकल सोर्सेस से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने मुजफ्फरनगर में छापेमारी कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
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