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रात में डिनर बाद दाएं और बाएं किस करवट में कितनी देर सोना जरुरी, करवट बदलें दिल होगा हेल्दी - Best Sleeping Position After Dinner

क्या आपको पता है कि खाना खाकर कितनी देर बाएं करवट और कितनी देर दाएं करवट लेटने से फायदा होता है. दाएं और बाएं करवट सोने का असर हार्ट पर भी पड़ता है. चलिए बताते हैं किस करवट सोने से आपक दिल हेल्दी रहेगा.

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 4, 2024, 5:51 PM IST

BEST SLEEPING POSITION AFTER DINNER
डिनर के बाद कौन सी करवट बेहतर (ETV Bharat)

Sleeping Sides For Healthy Heart : सोना सिर्फ एक शारीरिक क्रिया नहीं बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण क्रिया है. स्वास्थ्य पर सोने के तौर तरीकों का भी असर पड़ता है. ज्यादातर लोग खाना खाने के बाद सोते हैं. ये आदत उनके स्वास्थ्य के लिए फायदे का सौदा है या नुकसान का. इसको लेकर तरह-तरह की गलतफहमियां उनके दिलो दिमाग में रहती हैं. खासकर सोते समय करवट लेना चाहिए या सीधे लेटना चाहिए इसको लेकर भी तरह-तरह की बातें सामने आती हैं. जानकारों की माने तो करवट लेकर सोना नींद के लिए बेहतर माना जाता है लेकिन करवट दांयी हो या फिर बाईं, इस पर कई अध्ययन किए गए हैं. बांयी करवट पेट से संबंधी रोग और खर्राटे जैसी समस्याओं के लिए बेहतर माने गए हैं, वहीं दायीं करवट हृदय रोग से जुडी बीमारियों में बेहतर मानी जाती है.

कौन सी करवट बेहतर

सोते समय कौन सी करवट बेहतर है, इसको लेकर हमेशा बहस होती रहती है. कोई बांयी करवट को बेहतर तो कोई दायीं करवट को बेहतर मानता है. आइये जानते हैं कि कौन सी करवट लेकर सोने से क्या फायदा और क्या नुकसान है.

बायीं तरफ करवट के फायदे

पाचन से जुड़े मामलों में बायीं करवट सोना फायदेमंद माना गया है क्योंकि ये सीने में जलन और एसिडिटी के जोखिम को कम करने में मदद करता है और पाचन में भी मददगार है. बांयी करवट सोना शरीर के आंतरिक अंगो के लिए बेहतर माना जाता है. बांयी करवट सोने से शरीर के भीतरी अंगों पर कम दबाव रहता है और साथ मेंं रक्त प्रवाह बेहतर रहता है. हमारे शरीर की बांयी तरफ लसिका प्रणाली होती है जो शरीर के अपशिष्ट पदार्थों को जल निकासी के जरिए बेहतर करती है इसलिए बायीं करवट सोने का ये भी एक बड़ा फायदा है.

दायीं तरफ करवट के फायदे

दांयी तरफ करवट गैस संबंधी रोगों से परेशान लोगों को अधिक आरामदायक होती है. बांयी करवट पेट के एसिड को अन्न प्रणाली में वापस जाने से रोकता है.यदि आपको यकृत (लीवर) से संबंधित कोई परेशानी है तो दायीं करवट लेकर सोने से यकृत पर कम दबाव पड़ता है. इसलिए दायीं करवट सोने से लीवर संबंधी रोग दूर होते हैं.

दिल के लिए बायीं करवट बेहतर

दिल के मामले में करवट लेकर सोने के लिए तरह-तरह की सलाहें सुनने मिलती हैं. कोई दायीं तरफ तो कोई बांयी तरफ करवट बेहतर बताता है. जानकार दिल के लिए बांयी करवट बेहतर मानते हैं तो कुछ मामलों में दांयीं करवट भी जरूरी है. एमडी मेडिसिन डाॅ जितेन्द्र सराफकहते हैं कि "सोने के तौर तरीके दिल से संबंधित बीमारियों में काफी अहम रोल अदा करते हैं. दिल के लिए बांयी करवट ज्यादा बेहतर मानी जाती है."

ब्लड सर्कुलेशन होता है बेहतर

डाॅ जितेन्द्र सराफबताते हैं कि"ब्लड सर्कुलेशन दिल की बीमारियों में अहम कारण होता है. जब कोई बायीं करवट लेकर सोता है तो पूरे शरीर में खून के संचार बेहतर होता है. एक बड़ी नस जिसे वेना कावा कहते हैं जो शरीर के निचले हिस्से से ऑक्सीजन रहित खून को वापस दिल तक लाती है, ये शरीर में दायीं तरफ होती है और बायीं तरफ करवट लेकर सोने से वेना कावा पर कम दबाव रहता है जिससे बढ़िया रक्त प्रवाह होता है और दिल पर कम दबाव रहता है."

दिल की क्षमता बेहतर

डाॅ जितेन्द्र सराफबताते हैं कि "कुछ स्टडी बताती हैं कि बाई करवट सोने से दिल अच्छी तरह से काम कर पाता है और दिल से अपशिष्ट पदार्थ हटाने की क्षमता बढ़ती है और दिल पर बोझ कम होता है. हालांकि कुछ अध्ययन ये भी बताते हैं कि दायीं करवट भी दिल के लिए जरूरी है."

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दिल की क्रियाओं में बदलाव

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की कुछ स्टडी में बताया गया है कि दिल की बीमारियों से पीड़ित लोगों की ईसीजी से पता चला है कि बांयी तरफ सोने से दिल की गतिविधियों पर असर पडता है वहीं दांयी की तुलना में बांयी करवट सोना परेशानियों वाला होता है.

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