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NPS से कितना अलग है UPS? जानें 23 लाख कर्मचारियों के लिए कौन सी पेंशन स्कीम बेहतर - UPS Vs NPS

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 25, 2024, 10:22 AM IST

Updated : Aug 25, 2024, 11:54 AM IST

UPS Vs NPS- हाल ही में पुरानी स्कीम पेंशन स्कीम लागू करने को मूद्दा बनाने की केंद्र सरकार ने समाधान खोज निकाली है. केंद्र सरकार के 23 लाख कर्मचारियों के लिए सरकार ने यूनिफाइड पेंशन योजना (यूपीएस) लागू करने का फैसला किया है, जो मौजूदा एनपीएस के साथ लागू रहेगा. यूपीएस के तहत कर्मचारियों को 25 साल काम करने पर पूरी पेंशन मिलेगी. जानें नई यूनिफाइड पेंशन योजना एनपीएस से कैसे अलग है? पढ़ें पूरी खबर...

UPS Vs NPS
यूपीएस बनाम एनपीएस (प्रतीकात्मक फोटो) (Getty Image)

नई दिल्ली:केंद्र सरकार ने को यूनिफाइड पेंशन योजना (यूपीएस) को मंजूरी दे दी, जो सुनिश्चित पेंशन और सुनिश्चित पारिवारिक पेंशन की गारंटी देती है. कैबिनेट के फैसलों की घोषणा करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यूपीएस के तहत सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट से पहले के आखिरी 12 महीनों से उनके औसत मूल वेतन का 50 फीसदी पेंशन के रूप में मिलेगा.

  • इस पूरी पेंशन के लिए क्वालिफिकेशन प्राप्त करने के लिए, जो उनके मूल वेतन के 50 फीसदी के बराबर है.
  • इसके लिए कर्मचारियों को कम से कम 25 साल की सेवा पूरी करनी होगी.
  • अगले वित्तीय वर्ष से, राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के ग्राहकों के पास यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) में स्विच करने का विकल्प होगा, जो एक सुनिश्चित पेंशन देता है.

'यूनिफाइड पेंशन स्कीम' और 'नेशनल पेंशन स्कीम' के बीच अंतर क्या है?
यूनिफाइड पेंशन योजना के तहत, रिटायर लोगों को सेवा के लास्ट के 12 महीनों से उनके औसत मूल वेतन का 50 फीसदी पेंशन मिलती है. बशर्ते उन्होंने कम से कम 25 साल की सेवा पूरी कर ली हो. 10 से 25 साल की सेवा वाले लोगों के लिए, पेंशन उनकी सेवा अवधि के अनुपात में है.

  • मीडिया को जानकारी देते हुए, कैबिनेट सचिव मनोनीत टीवी सोमनाथन ने घोषणा की कि नई योजना 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी.
  • इस योजना का लाभ उन लोगों पर लागू होगा जो 31 मार्च, 2025 तक सेवानिवृत्त होंगे, जिसमें किसी भी बकाया का भुगतान भी शामिल है.

नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) लोन और इक्विटी साधनों में निवेश किए गए योगदान से मिलने वाले रिटर्न के आधार पर पेंशन देती है. कोई निश्चित पेंशन राशि की गारंटी नहीं है, क्योंकि यह बाजार पर निर्भर करती है.

  • यूनिफाइड पेंशन योजना कम से कम 10 साल की सेवा वाले कर्मचारियों के लिए प्रति माह 10,000 रुपये की न्यूनतम पेंशन की गारंटी देती है, जो बुनियादी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करती है.
  • खासकर कम वेतनमान वाले लोगों के लिए. जबकि एनपीएस उन सरकारी कर्मचारियों पर लागू है जो 1 अप्रैल, 2004 के बाद सेवा में शामिल हुए हैं, जिसमें कर्मचारी के मूल वेतन से 10 फीसदी योगदान की आवश्यकता होती है, जो सरकार से 14 फीसदी योगदान के बराबर होता है.
  • यूनिफाइड पेंशन योजना के लिए कर्मचारियों से व्यक्तिगत योगदान की आवश्यकता नहीं होती है. यह अंतिम वेतन और सेवा अवधि के आधार पर परिभाषित लाभ मॉडल पर केंद्रित है. यूनिफाइड पेंशन योजना के तहत, किसी कर्मचारी की मृत्यु की स्थिति में, परिवार को कर्मचारी की पेंशन का 60 फीसदी मिलता है, जिससे आश्रितों के लिए निरंतर वित्तीय सहायता सुनिश्चित होती है.

एनपीएस के तहत, परिवार की पेंशन पेंशन फंड में फंड और रिटायरमेंट के समय चुनी गई वार्षिकी योजना पर निर्भर करेगी. एनपीएस में दो-स्तरीय अकाउंट स्ट्रक्चर है.

  • टियर-1 अकाउंट- टैक्स लाभ के साथ एक अनिवार्य पेंशन खाता.
  • टियर-2 अकाउंट-टियर-1 से जुड़ा एक वैकल्पिक निवेश खाता, जो निकासी के लिए लचीलापन देता है.

यूनिफाइड पेंशन योजना मुख्य रूप से लंबी सेवा अवधि वाले कर्मचारियों पर लागू होती है, जो स्थिर और अनुमानित रिटारमेंट इनकम देती है. एनपीएस व्यापक रूप से नए सरकारी कर्मचारियों पर लागू होता है, जो उच्च रिटर्न की संभावना देती है लेकिन बाजार जोखिमों के लिए अधिक जोखिम के साथ.

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Last Updated : Aug 25, 2024, 11:54 AM IST

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