उज्जैन: पंचायती अखाड़ा निरंजनी के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने विवादित बयान दिया. बागेश्वर सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बाद अब प्रेमानंद ने चार बच्चे पैदा करने की सलाह दी है. उन्होंने सनातन संस्कृति को बचाने माताओं को क्षत्राणी बनने की सलाह दी है. प्रेमानंद महाराज उज्जैन में गोवर्धन पूजा की कथा सुना रहे थे. इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया.
प्रेमानंद महाराज ने 4 बच्चे पैदा करने की दी सलाह
उज्जैन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन स्वामी प्रेमानंद महाराज ने गुरुवार को गोवर्धन पूजा की कथा सुनाई. इस दौरान उन्होंने 'हिन्दू माताओं को 4 बच्चे पैदा करने की सलाह दी. स्वामी प्रेमानंद ने कहा कि अगर भारत को हिंदुस्तान बनाना है, तो कम से कम चार संतानें होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आधा उत्तर प्रदेश चला गया है, उत्तर प्रदेश के 17 जिले हिंदू धर्म के नहीं रहे. आधा बंगाल जूझ रहा है. असम में 5 लाख लोग बिना पासपोर्ट-वीजा के रह रहे हैं. अगर हमारी माताएं सिर्फ दो बच्चों पर रुकेंगी तो भविष्य में हम अल्पसंख्यक हो जाएंगे. सनातन संस्कृति को बचाने के लिए माताओं को क्षत्राणी बनना होगा.'
महामंडलेश्वर ने कहा कि 'हमारी माताएं फिगर मेंटेन करने में लगी है. उन्होंने कहा कि हमारे पास ज्यादा जमीन तो नहीं है, लेकिन कोई 2 का टारगेट कर रहीं हैं और तीन हो जाए तो एक हमे दे दो. हम पाल पोस कर बड़ा कर देंगे. स्वामी प्रेमानंद ने कहा कि अगर हिंदू धर्म को बचाना है 'तो महिलाओं को अपनी संख्या बढ़ानी होगी. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यही स्थिति बनी रही तो भविष्य में हिंदुस्तान इंडोनेशिया की तरह हो सकता है. जहां रामलीला टिकट से देखनी पड़ती है और भगवान का नाम लेने पर सजा मिलती है.'