भोपाल/इंदौर: बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही घटनाओं के विरोध में सकल हिंदु समाज के आव्हान पर राजधानी भोपाल में प्रदर्शन हुआ. इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में करीब 1 लाख लोग इकट्ठे हुए. भोपाल के भारत माता चौराहे पर धरना प्रदर्शन के बाद लोग रैली के रूप में रोशनपुरा चौराहे तक पहुंचे. जहां प्रशासन के अधिकारियों को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर रैली समाप्त की गई. सकल हिंदु समाज के आव्हान पर भोपाल के बाजारों को आधे दिन के लिए बंद रखा गया. हालांकि भोपाल के टीला जमालपुरा इलाके में बाजार बंद कराने को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई. उधर कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सरकार से बांग्लादेश सरकार से दवाब बनाने की मांग की है. भोपाल के साथ इंदौर में भी सकल हिंदू समाज ने विरोध प्रदर्शन जताया.
बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग
भोपाल में बुधवार को निकाली गई रैली में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, स्थानीय मंत्री विश्वास सारंग, स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा सहित तमाम बीजेपी नेता, सामाजिक संगठन सहित बड़ी संख्या में साधु संत शामिल हुए. रैली में शामिल हुए सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि "बांग्लादेश में खुलेआम नरसंहार चल रहा है. हिंदू समाज की संपत्तियां लूटी जा रही है. महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है. बांग्लादेश की सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है. बांग्लादेश के जो हालात हैं, वह सब देख रहे हैं. वहां धीरे-धीरे मजहबी उन्माद की आग फैल रही है. कभी ईस्ट बांग्ला कहलाने वाले बांग्लादेश में जो स्थिति है, उसे न रोका गया तो इसकी आग धीरे-धीरे बेस्ट बंगाल में भी फैलेगी."
सुप्रीम कोर्ट के वकील ने कहा कि "उनके एक पिटीशन पर सुप्रीम कोर्ट पहले ही फैसला दे चुकी है. सुप्रीम कोर्ट कह चुकी है कि धर्मांतरण देश के खिलाफ है. इसलिए ऐसे मामलों में पुलिस को एनएसए लगाना चाहिए. इसी तरह ड्रग तस्करी के मामले में भी पुलिस को देश द्रोह की धाराओं में कार्रवाई करनी चाहिए."
कांग्रेस ने कहा सरकार बनाए दबाव
बांग्लादेश की घटनाओं को लेकर लोगों के सड़कों पर आने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि "यह संदेश है कि दुनिया में अल्पसंख्यकों की रक्षा सरकारों को करनी चाहिए. सहारनपुर के सांसद इमरान मसूद ने संसद में नोटिस देकर बांग्लादेश में हिंदु अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार से दबाव बनाने की मांग की है. बांग्लादेश में जो हालात हैं. वह भारत सरकार का फेलियर बताती है. देश में हो रहे आंदोलन सरकार को संदेश दे रहे हैं कि आपने अपने आसपास के देशों को लेकर विदेश नीति में सरकार फेल हुई है. आखिर सरकार इस मुद्दे पर मौन क्यों है?"
इंदौर में भी निकली जन आक्रोश रैली
इसी तरह इंदौर में लोगों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की मांग करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर की जांच समिति गठित कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है. स्वयंसेवक संघ ने इंदौर के सकल हिंदू समाज से पैदल मार्च में शामिल होने का आह्वान किया था. लिहाजा शहर के हजारों लोग सुबह 7 से ही लालबाग परिसर में जुटना शुरू हो गए थे. दोपहर होते-होते लोगों की संख्या करीब 4 लाख तक पहुंच गई. लाल बाग परिसर में तमाम हिंदू समाज के लोगों के साथ साधु-संतों की मंडली भी मौजूद रही.
जन आक्रोश रैली में इंदौर जिले के विधायकों और आरएसएस के जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव के अलावा जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, उषा ठाकुर, रमेश मेंदोला समेत अन्य तमाम लोग मौजूद रहे. बांग्लादेश में हिंदुओं के दमन के खिलाफ निकली जन आक्रोश रैली में हिस्सा लेने के लिए शहर के व्यापारियों ने भी आधे दिन तक अपनी दुकान बंद रखी.