पटना: पटना एनआईटी के बिहटा कैंपस में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग थर्ड सेमेस्टर की छात्रा पल्लवी रेड्डी की मौत के बाद संस्थान के पटना कैंपस में छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. छात्रों ने कहा कि कॉलेज प्रशासन अब तक इस मामले पर कुछ नहीं कहा और चुप्पी साधे हुए है. जबकि पुलिस प्रशासन ने इसे सुसाइड करार दिया है.
कॉलेज प्रशासन पर लीपापोती का आरोप: एनआईटी के स्टूडेंट्स आरोप लगा रहे हैं कि कॉलेज प्रशासन इस मामले की लीपा पोती करने में जुटा हुआ है. कॉलेज द्वारा इस घटना को दबाने का प्रयास किया गया है. वहीं स्टूडेंट चाहते हैं कि कॉलेज के डायरेक्टर का स्टेटमेंट हो.
स्टूडेंट काउंसिल बनाने की मांग : छात्रा दृष्टि ने कहा कि वह चाहती है कि कॉलेज में स्टूडेंट काउंसिल बने. कॉलेज प्रशासन उनके सुरक्षा का एफिडेविट दे. स्टूडेंट से कॉलेज प्रशासन एफिडेविट लेता है कि गंगा के किनारे कोई स्टूडेंट नहीं जाएंगे और गंगा में डूबने से किसी को कुछ होता है तो उससे कॉलेज का कोई वास्ता नहीं होगा.
''मैं चाहती हूं कि कॉलेज के छात्र-छात्राओं को पूरी मेडिकल फैसिलिटी मिले और एक काउंसलर हो जो स्टूडेंट की बातों को सुन सकें. इसके अलावा जिस लड़की ने सुसाइड की है उसके पेरेंट्स को सभी बातों से अवगत कराया जाए और इस मामले की गंभीरता से जांच हो.''- दृष्टि, छात्रा
'डायरेक्टर माफी मांगे': छात्रा वीतिका ने बताया कि उन लोगों के हेड डायरेक्टर हैं, लेकिन इस मामले पर अब तक चुप्पी साधे हुए हैं. इतनी बड़ी घटना घटी है और एडमिनिस्ट्रेशन कुछ नहीं कह रहा है. उनकी नाराजगी है कि इस घटना को दबाने की कोशिश की गई.
''डायरेक्टर से माफी की मांग करती हैं. यहां छात्राओं को फैसिलिटी नहीं मिल रही है. हॉस्टल में दो लोगों की कैपेसिटी के कमरे में चार लोग रहते हैं. कई बार बिस्तर पर खड़े होने पर हाथ यदि ऊपर होते है तो पंखे से लगकर चोट लग जाती है.''- वीतिका, छात्रा
बिहटा कैंपस में होती है छेड़खानी : छात्रा सुकेश ने बताया कि जब बिहटा कैंपस तैयार नहीं हुआ था, तो क्यों वहां लड़कियों को शिफ्ट किया गया. वहां लड़कियों के लिए सुरक्षा नहीं है और गर्ल्स हॉस्टल में काफी संख्या में मजदूर टहलते रहते हैं.
''मजदूर लड़कियों पर कमेंट करते हैं जिसकी शिकायत भी लड़कियों ने कई बार की है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. विश्वकर्मा पूजा के दिन मजदूर नशा करके गर्ल्स हॉस्टल में सोए पड़े थे. लड़कियां वहां सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं.''-सुकेश, छात्रा
घटना को दबाने की कोशिश : सुकेश ने बताया कि उनकी नाराजगी कॉलेज के इस रवैया से है कि कॉलेज ने इस घटना को दबाने की कोशिश की. बताया जा रहा है कि रात 8:30 बजे की घटना है और पुलिस को सूचना रात 10:30 बजे दी गई. हॉस्टल के वाई-फाई बंद करके इंटरनेट बंद किया गया. लड़की के पेरेंट्स को सूचना नहीं दी गई और दूसरी लड़कियों ने पेरेंट्स को फोन कर इस बात की जानकारी दी.
''रूममेट्स के मोबाइल छीन लिए गए और उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया. हमे बताया जा रहा है कि उसने सुसाइड नोट छोड़ा है लेकिन उस नोट में क्या लिखा है अब तक जानकारी नहीं मिली. मैं चाहती हूं कि स्टूडेंट काउंसिल बने जहां छात्राएं अपनी बातों को जाकर रख सकें.''- सुकेश, छात्रा
'पढ़ाई में तेज थी पल्लवी' : पल्लवी की दोस्त स्नेहा ने बताया कि पिछले साल फर्स्ट ईयर तक पटना कैंपस में पल्लवी उनकी रूममेट थी. एक रूम में चार लड़कियां रहती थी. पल्लवी हंसमुख थी और सबसे बातें करती थी. पढ़ाई में काफी तेज थी और अध्यात्म में उसकी काफी रुचि थी. पढ़ाई में इतनी तेज थी कि 9.7 सीजीपी लाती थी, इसलिए नंबर और पढ़ाई डिप्रेशन का कारण नहीं बन सकता.
''अध्यात्म में वह श्री कृष्ण को पढ़ती थी, भागवत गीता पढ़ती थी. अध्यात्म में उसकी इस कदर रुचि थी कि प्यार का एंगल नहीं हो सकता है. कुछ लोग बता रहे हैं कि कुछ दिनों से वह डिप्रेशन में थी तो इसके पीछे कोई पर्सनल या फैमिली का कारण हो सकता है. लेकिन इस हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है.''- स्नेहा, पल्लवी की दोस्त
'आत्महत्या की जांच हो': स्नेहा ने बताया कि इस आत्महत्या की गंभीरता से जांच की वह मांग करती हैं, क्योंकि अभी पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है. कुछ लोग कह रहे हैं कि कुछ दिनों से वह डिप्रेशन में थी. अगर ऐसा था तो उसकी काउंसलिंग होनी चाहिए थी. वह जानना चाहती है कि घटना के बाद उसे ब्लैंकेट में लपेटकर हॉस्टल की सभी लाइट बंद करके बाहर निकल गया तो ऐसा क्यों?