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सम्भल जाने से रोके जाने पर भड़के सपा सांसद, ACP बोले- अनुमति नहीं है... - SAMBHAL VIOLENCE CASE UPDATE

सम्भल जा रहे सपा सांसदों को यूपी पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोका. सम्भल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 10 दिसंबर तक रोक .

संभल जा रहे सपा सांसद हरेंद्र मलिक को गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोका
संभल जा रहे सपा सांसद हरेंद्र मलिक को गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोका (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 30, 2024, 2:23 PM IST

Updated : Nov 30, 2024, 5:07 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:सम्भल जाने से रोके जाने पर सपा सांसदों के डेलिगेशन ने नाराजगी जताई है.मुजफ्फरनगर से सपा सांसद हरेंद्र मलिक सम्भल जा रहे थे, उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया. उन्होंने एसीपी की कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त की. बता दें कि समाजवादी पार्टी ने पांच सांसद समेत 15 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को सम्भल भेजने की घोषणा की गई. प्रतिनिधि मंडल को पीड़ितों से मुलाकात कर रिपोर्ट सपा मुखिया अखिलेश यादव को सौंपने के लिए कहा गया है. प्रतिनिधि मंडल में सांसद हरेंद्र मलिक भी शामिल हैं.

सपा सांसद हरेंद्र मलिक के काफिले को रोका गया. (ETV BHARAT)

हरेंद्र मलिक ने कहा, "सरकार हमें आगे क्यों नहीं जाने दे रही, हम समझ नहीं पा रहे हैं. हम देश और प्रदेश के नागरिक हैं अगर हम अपने प्रदेश में भी मूवमेंट नहीं कर सकते तो हम कहां मूवमेंट करेंगे. हम आगे जाने की कोशिश करेंगे अगर हमें रोका जाएगा तो हम क्या कर सकते हैं. जिलाधिकारी सम्भल से मैं यह जानना चाहता हूं कि जिस दिन वहां घटना घटी थी उसे दिन क्या कोई जनप्रतिनिधि था वहां ? अधिकारियों की सच्चाई सामने ना आए इसलिए हमें रोका जा रहा है. बड़ा ड्रैमेटिक घटनाक्रम है. सर्वे के बाद चार दिन तक कोई चर्चा नहीं हुई."

सपा सांसद जिया उर रहमान ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार:सांसद जिया उर रहमान बर्क नेकहा कि घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया है. हम सम्भल जाकर मामले की ग्राउंड पर जांच कर उसकी रिपोर्ट अखिलेश यादव को सौंपेगे. हमें यहां रोकना गलत है. मेरे ऊपर जो सम्भल में भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगाए जा रहे हैं, क्या प्रशासन द्वारा भड़काऊ भाषण का कोई वीडियो उपलब्ध कराया गया है ? मैंने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया है. मेरे ऊपर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं.

प्रशासन अपनी करतूत पर पर्दा डालने के लिए लगा रहा गलत आरोप :सांसद जियाउर रहमान बर्क ने ये भी कहा कि प्रशासन अपनी करतूत पर पर्दा डालने के लिए गलत आरोप लगा रहे हैं. हमने तो पहले दिन वहां रहकर स्थिति को संभाला है. डेलिगेशन में समाजवादी पार्टी के सांसद और तमाम वरिष्ठ नेता हैं. कैसे आखिर हमें सम्भल जाने से रोका जा सकता है. सम्भल अति संवेदनशील क्षेत्र जरूर है लेकिन कुछ बाहरी लोगों ने आकर वहां माहौल खराब किया है. तीन लोग नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के हैं. पांच लोग वहां के शामिल हैं. सम्भल घटना के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार है.

रामपुर सेसपा सांसद मोहिबुल्ला नदवी ने कहा, "संविधान ने हमें आज़ादी दी है कि हम वहां जाएं, वहां के लोगों के दु:ख-सुख में शरीक हों. हमें सम्भल जाने से रोका जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है."

एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह का बयान :डेलिगेशन को रोकने का उद्देश्य उन्हें सूचना देना था कि सम्भल में निषेधाज्ञा लागू है. डेलिगेशन को रोका नहीं गया, बल्कि उन्हें बताया गया कि उन्हें सम्भल जाने की अनुमति नहीं है. इस बात पर डेलिगेशन के लोग मान गए और वापस दिल्ली जाने के लिए तैयार हो गए. डेलिगेशन में सांसद जियाउर रहमान बर्क, सांसद हरेंद्र मलिक और सांसद मोहिबुल्ला नदवी शामिल थे.

फिलहाल, गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन में मौजूद सभी सांसद वापस दिल्ली लौट गए हैं. एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने डेलिगेशन के सभी लोगों के दिल्ली वापस लौटने की बात कही है.

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Last Updated : Nov 30, 2024, 5:07 PM IST

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