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एसओजी की 28 टीमों ने 30 जगह की छापेमारी, 5 महिलाओं समेत 28 डिटेन - पेपर लीक को लेकर कार्रवाई

एसओजी की 28 टीमों ने छापेमारी करते हुए 28 आरोपियों को डिटेन किया है.

एसओजी की छापेमारी
एसओजी की छापेमारी (फाइल फोटो)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 19, 2024, 2:12 PM IST

जयपुरःस्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) राजस्थान की ओर से राजस्व अधिकारी और अधिशाषी अधिकारी परीक्षा 2022 में पेपर लीक का खुलासा किया गया है. शनिवार को पूरे प्रदेश में एसओजी की 28 टीमों ने 30 जगहों पर छापेमार की है. एसओजी ने जिला पुलिस से समन्वय करके दबिश देकर 5 महिलाओं सहित 28 आरोपियों को डिटेन किया है.

गड़बड़ियां सामने आईःएटीएस एवं एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर की ओर से 14 मई 2023 को राजस्व अधिकारी ग्रेड- II और अधिशाषी अधिकारी वर्ग-IV (स्वायत्त शासन विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 की परीक्षा दो चरणों में आयोजित की गई थी. लिखित परीक्षा के आधार पर विचारित सूची जारी की गई. जिसमें सम्मिलित अभ्यर्थियों की 11 दिसंबर 2023 से 13 दिसंबर 2023 तक आरपीएससी की ओर से काउंसलिंग के माध्यम से पात्रता जांच की गई. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से पात्रता जांच के दौरान विचारित सूची का गंभीरता से अवलोकन करने पर कुछ गड़बड़ियां सामने आई. इस पर संदिग्ध अभ्यर्थियों को वापस सत्यापन के लिए बुलाया गया. इस दौरान एक ही गांव खजवाना थाना कुचेरा नागौर से 6 अभ्यर्थियों का विचारित सूची में पाया जाना और इन अभ्यर्थियों की ओर से अत्यन्त सामान्य प्रकृति की जानकारी नहीं रखने पर आरपीएससी सचिव की ओर से एक गोपनीय रिपोर्ट एसओजी को भेजी गई.

नागौर में छापेमारी से हड़कंप (वीडियो ईटीवी भारत नागौर)

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जांच कमेटी का किया गठनः एटीएस एवं एसओजी के एडीजी वीके सिंह के निर्देशन में एक जांच कमेटी का गठन किया गया. टीम ने राजस्थान लोक सेवा आयोग की रिपोर्ट पर तकनीकी विश्लेषण और फिल्ड वेरिफिकेशन करके पेपर लीक के संदिग्ध गिरोह के बारे में गोपनीय जानकारियां हासिल की. जांच रिपोर्ट में सामने आया कि तुलछाराम कालेर और उसके अन्य साथियों ने मिलकर राजस्व अधिकारी ग्रेड- 11 और अधिशाषी अधिकारी वर्ग-IV (स्वायत्त शासन विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 में परीक्षा से पूर्व पेपर प्राप्त करके ब्लूटूथ के माध्यम से अभ्यर्थियों को नकल करवाई थी. 15 ज्ञात अभ्यर्थी, 08 अज्ञात अभ्यर्थी और तुलछाराम कालेर सहित पूरे षड़यंत्र में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया.

प्रकरण में पेपर लीक और ब्लूटूथ के उपयोग के षड़यंत्र में शामिल 12 अभ्यर्थियों सहित कुल 28 संदिग्धों को डिटेन किया गया. 28 टीमें गठित करके समन्वय रूप से टीमों ने दबिश देकर सभी को दस्तयाब किया. ब्लूटूथ गैंग के सरगना तुलछाराम कालेर के रिश्ते में भतीजे की बहू और ब्लूटूथ गैंग के अभ्यस्त अपराधी पोरव कालेर की पत्नी भावना गोस्वामी को भी दस्तयाब किया गया है. दस्तयाबशुदा संदिग्धों से प्राथमिक अनुसंधान के दौरान अन्य भर्ती परीक्षाओं में भी गडबड़ी के तथ्य आए हैं. संदिग्धों में से आधे दर्जन से ज्यादा सरकारी कर्मचारी हैं. प्रकरण के अनुसंधान के लिए विशेष दल गठित किया गया है. जांच के दौरान परीक्षा में डमी कंडीडेट के माध्यम से परीक्षा देना और फर्जी डिग्री की भी शिकायत प्राप्त हुई है, जिसके सम्बन्ध में जांच जारी है.

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