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'गरीबों की खेती मारने वाले को 6 इंच छोटा करे देंगे, सुरक्षा बलों द्वारा 1276 एकड़ में लगी अफीम नष्ट करने पर नक्सलियों की धमकी - गया में अफीम की खेती

Security Forces Destroyed Opium: गया में एक बड़े भूभाग में लगी अफीम की फसल को सुरक्षा बलों ने नष्ट कर दिया है. जिसके बाद नक्सलियों ने एक पर्चे पर धमकी देते हुए लिखा है कि 'गरीबों की खेती मारने वाले को 6 इंच छोटा करेंगे, वाहन भी जला देंगे'.

सुरक्षा बलों ने अफीम को किया नष्ट
सुरक्षा बलों ने अफीम को किया नष्ट

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 28, 2024, 9:50 AM IST

गयाः बिहार के गया में अफीम की फसल को लगातार नष्ट किया जा रहा है. अब तक करीब 1276 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट किया जा चुका है. इस बीच प्रतिबंधित संगठन भाकपा मोओवादी के द्वारा एक धमकी भरा पर्चा गिराया गया है. ये पर्चा डुमरिया प्रखंड अंतर्गत छकरबंधा के बरहा में एक पीपल के पेड़ के पास से पुलिस ने बरामद किया है.

फसल नष्ट होने पर नक्सलियों ने छोड़ा पर्चा:नक्सलियों के इस पर्चे में लिखा है कि 'गरीबों के खेती मारने वाले को छह इंच छोटा (नक्सलियों की भाषा) कर दिया जाएगा'. वहीं, प्रयुक्त होने वाले वाहन भी जला दिए जाएंगे और मालिक को अंजाम भुगतने को तैयार रहना होगा. साथ ही इसमें लिखा है कि पुलिस द्वारा दलबल के साथ मिलकर गरीबों की खेती को मारा जा रहा है. इसे पुलिस के बिचौलिए के माध्यम से किया जा रहा है. इस तरह का काम करने वाले को 6 इंच छोटा कर दिया जाएगा.

सुरक्षा बलों ने 1276 एकड़ में लगी अफीम को किया नष्ट

नक्सलियों के पर्चे के बाद हड़कंपःनक्सलियों के इस पर्चे के बाद हड़कंप मचा हुआ है. नक्सलियों के द्वारा गिराए गए पर्चे में पुलिस के लिए काम करने वाले लोगों का नाम भी दिया गया है, जिसमें सत्येंद्र यादव, संजय प्रसाद बरहा, विजय यादव बरहा, गोरेलाल प्रसाद यादव कुरकुरासन, फोटो यादव महुलिया, प्रमोद यादव बरहा के नाम शामिल है. इन्हें नक्सलियों द्वारा अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई है. नक्सलियों ने लिखा है कि ये पुलिस के मुखबिर- बिचौलिए हैं. उन्हें किसी भी हाल में छोड़ नहीं जाएगा.

फसल नष्ट होने से बौखलाए नक्सलीः गौरतलब हो कि गया जिले के इमामगंज, शेरघाटी पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में 1276 एकड़ भूमि में अफीम की लगी फसल को अब तक नष्ट किया गया है. सैंकड़ों एकड़ में अब भी अफीम की फसल लगी है, जिसे नष्ट करने की कार्रवाई सुरक्षा बलों के द्वारा की जा रही है. इसके बीच इस तरह का पर्चा नक्सलियों के द्वारा गिराया गया है, जिससे की सुरक्षा बलों द्वारा अफीम की खेती को नष्ट किए जाने की कार्रवाई को प्रभावित किया जा सके. फिलहाल पुलिस ने नक्सली पर्चा बरामद कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

नक्सलियों ने गिराया पर्चा

माफियाओं के गठजोड़ से लगाई गई फसलःगया मेंनक्सली और माफियाओं के गठजोड़ से सैकड़ो एकड़ भूमि में अफीम की फसल लगाई गई है. पिछले तीन दशक से नक्सलियों के संरक्षण में यह काम चल रहा है. हर साल अफीम की खेती नष्ट करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा कार्रवाई की जाती है. पिछले वर्ष अफीम की फसल को नष्ट किया गया था. इस वर्ष कोशिश हो रही है की अफीम की फसल को पूरी तरह से नष्ट किया जाए. अब तक 1276 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट कर लिया गया है.

"1276 एकड़ भूमि में लगी अफीम की फसल को नष्ट कर दिया गया है. कार्रवाई अब भी जारी है. कोशिश है कि अफीम की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाए. फसल नष्ट होने से नक्सलियों में बौखलाहट है. एक धमकी भरा पर्चा मिला है, उसकी जांच की जा रही है"- आशीष भारती, एसएसपी, गया

अफीम की खेती
'कार्रवाई को प्रभावित करने की कोशिश':इस संबंध में इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया है कि अफीम की फसल काफी पैमाने पर लगी थी, जिसे नष्ट किया जा रहा है. काफी हद तक नष्ट करने की कार्रवाई कर ली गई है. अभियान अभी भी जारी है. उन्होंने कहा कि "अफीम की खेती को नष्ट करने की कार्रवाई को प्रभावित करने के मंशा से नक्सलियों के द्वारा इस तरह का पर्चा गिराया गया है. वैसे पर्चा बरामद कर मामले की छानबीन की जा रही है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह पर्चा नक्सलियों ने गिराया है या यह असामाजिक तत्वों की करतूत है".

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