नई दिल्ली: आगामी विधानसभा चुनाव से पहले देश की राजधानी दिल्ली में राजनीति उफान पर है. भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच मानो जैसे जंग छिड़ी हुई है. किसानों के मुद्दे पर जैसे ही केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर सवाल उठाए, दोनों आमने-सामने हो गए. आम आदमी पार्टी की ओर से सीएम आतिशी, अरविंद केजरीवाल और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया है.
दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर किसानों की स्थिति और केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू नहीं करने से उन्हें लाभ से वंचित रखने और नुकसान उठाने पर चिंता जताई थी. वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री के पत्र का त्वरित जवाब देते हुए सीएम आतिशी ने तो अपनी प्रतिक्रिया दे दी. लेकिन, बाद में आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह ने भी किसानों को लेकर अपनी बात कही और केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा;''पंजाब में किसान कई दिनों से धरने और अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हैं. इनकी वही मांगे हैं जो केंद्र सरकार ने तीन साल पहले मान ली थी, लेकिन अभी तक लागू नहीं की. भाजपा सरकार अब अपने वादे से मुकर गई. भाजपा सरकार किसानों से बात तक नहीं कर रही. उनसे बात तो करो. हमारे ही देश के किसान हैं. भाजपा को इतना ज़्यादा अहंकार क्यों है कि किसी से बात भी नहीं करते?'' उन्होंने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसानों की सेहत खराब होने पर केंद्र की भाजपा सरकार को चेताया है.
पंजाब में जो किसान अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हैं, भगवान उन्हें सलामत रखें, लेकिन यदि उन्हें कुछ होता है तो इसके लिए भाजपा ज़िम्मेदार होगी. देशभर के किसानों की जानकारी के लिए मैं बता दूं कि जो तीन काले क़ानून केंद्र ने तीन साल पहले किसानों के आंदोलन की वजह से वापिस लिए थे, उन्हें “पालिसी” कहकर केंद्र सरकार पिछले दरवाज़े से दोबारा लागू करने की तैयारी कर रही है. इस पालिसी की कॉपी उनके विचार जानने के लिए केंद्र ने सभी राज्यों को भेजी है.''-अरविंद केजरीवाल, AAP प्रमुख
बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर भी घेरा:केजरीवाल ने बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ होने को लेकर एक्स पर पोस्ट कर कहा कि इस से तो लगता है कि केंद्र की भाजपा सरकार जानबूझकर बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ करवा रही है. क्या केंद्र सरकार बांग्लादेश बॉर्डर से जानबूझकर घुसपैठ करवा रही है या भाजपा सरकार बॉर्डर की सुरक्षा करने में नाकाम है?
किसानों का बीजेपी के समय हुआ बुरा हाल:सीएम आतिशी ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की चिट्ठी का जवाब दिया. सीएम आतिशी ने जवाब में कहा है कि भाजपा का किसानों के बारे में बात करना वैसे ही है, जैसे दाऊद अहिंसा पर प्रवचन दे रहा हो. जितना बुरा हाल किसानों का भाजपा के समय हुआ, उतना आज तक कभी नहीं हुआ. उन्होंने शिवराज सिंह से कहा कि अपनी कई मांगों को लेकर पंजाब में किसान आमरण अनशन पर बैठे हैं, आप पीएम मोदी से कहिए कि वह किसानों से बात करें. आतिशी ने केंद्रीय कृषि मंत्री से अपील की है कि वो किसानों से राजनीति करना बंद कीजिए. भाजपा राज में किसानों पर गोलियां और लाठियां चलाई गई है.
''मैंने सदन में तीन काले कानून का विरोध किया था तो मुझे सस्पेंड करके बाहर कर दिया गया. सदन से हम लोगों को घसीटकर बाहर किया गया. हमने कई रातें देश की संसद की परिसर में गुजारी हैं. ये किसानों की बात कर रहे हैं? मैंने प्रधानमंत्री को सोती हुई नींद से जगाने के लिए उनके सामने पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ मिलकर नारे लगाए.''-संजय सिंह, AAP सांसद
आजादी के बाद किसानों की सबसे बड़ी द्रोही भाजपा:केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सीएम आतिशी को चिट्ठी लिखे जाने के विषय पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने अभी भी किसानों के बारे में बात कर रही है. इनके अंदर अभी भी इतना साहस है कि वो किसानों के बारे में बात कर सकते हैं. जिस पार्टी ने एक साल तक हिंदुस्तान के अन्नदाता किसानों के साथ दिल्ली की सड़कों और दिल्ली की आसपास की बॉर्डरों पर दुश्मनों की तरह व्यवहार किया. उनको पाकिस्तानी और खालिस्तानी कहा. उनके ऊपर गोलियां और लाठियां चलाई. उनके ऊपर आंसू गैस के गोले छोड़े. जिस भाजपा के गुनाहों की वजह से 750 किसानों ने अपनी शहादत दी, वो भाजपा किसान के बारे में बोल रही है? जिस भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार की वजह से एमएसपी कानून आज तक लागू नहीं हुआ और अभी भी किसान और पंजाब के अंदर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं, देश का किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर है, वो पार्टी अभी भी किसानों के बारे में बात कर रही है? इनमें इतना साहस है? इनके मुंह से किसान शब्द का 'क' भी नहीं निकलना चाहिए.
यह पूरा मामला:कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर कहा था, "दिल्ली सरकार द्वारा केंद्र की अनेक किसान कल्याणकारी योजनाओं को लागू नहीं किए जाने से दिल्ली के किसान भाई-बहन इन योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं. मैंने पूर्व में भी आपको पत्र लिखकर दिल्ली के किसानो की समस्याओं से अवगत कराया था. लेकिन, यह चिंता का विषय है कि आपकी सरकार ने इन समस्याओं का कोई निराकरण नहीं किया. विगत 10 वर्षों से दिल्ली में आप की सरकार है. लेकिन, सदैव यह प्रतीत हुआ है कि पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने किसान भाईयों के साथ सिर्फ धोखा किया है और चुनावों से पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएँ कर उनका राजनैतिक लाभ लिया है.''कृषि मंत्री ये भी कहा कि केजरीवाल ने सरकार में आते ही हमेशा जनहितैषी निर्णयों को लेने के स्थान पर अपना रोना रोया है." आपकी सरकार में किसानों के लिए कोई संवेदना नहीं है. आज दिल्ली के किसान भाई बहन परेशान और चिंतित हैं."