पटना : बिहार में पिछले तीन दिनों से चल रही सियासी उथल-पुथल का पटाक्षेप हो चुका है. रविवार को नीतीश कुमारने महागठबंधन सरकार के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और अब वह एनडीए खेमें से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. इन सब के बीच जब असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि अगले पल क्या होगा. ऐसे में राजधानी में लग रहे नए पोस्टर सियासी बदलाव की तस्वीर पेश कर रहे थे.
पोस्टर पेश कर रही नई सियासी तस्वीर : बिहार में सत्ता परिवर्तन के साथ ही सबसे पहले जो पोस्टर और स्लोगन चर्चा में आया, वो जेडीयू की तरफ से लगाया गया पोस्टर था, जिस पर लिखा गया था कि'नीतीश सबके हैं, सब पर बीस नीतीश.' इस स्लोगन के साथ ही पोस्टर में एक तरफ नीतीश कुमार की बड़ी सी तस्वीर और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगी हुई थी. यह पोस्टर पूरी तरह से बिहार के सियासी बदलाव की कहानी बता रही थी. पोस्टर का रंग भी भगवा और गहरे हरे कलर के कंबीनेशन के साथ था, जो बीजेपी और जेडीयू को रिप्रजेंट कर रही थी.
कांग्रेस पर फूटा टूट का ठिकरा : बिहार में अप्रत्याशित रूप से जो राजनीतिक बदलाव आया है, उसको लेकर अब विरोधी खेमे का कहना है कि इसकी पटकथा बहुत पहले से कही जा रही थी. लेकिन विपक्षी एकता की खातिर कोई कुछ कह नहीं रहा था. एक ओर जहां नीतीश कुमार ने इस बदलाव का पूरा ठिकरा कांग्रेस पर फोड़ा है, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खरगे ने भी पलटवार करते हुए कहा कि "हमें नीतीश कुमार के बारे में पहले से पता था कि वह जा रहे हैं, लेकिन गठबंधन की खातिर कुछ नहीं बोल रहे थे."
बीजेपी बोली- 'नीतीश कुमार ने बिहार को बचा लिया' : इधर, बीजेपी के नेताओं ने भी सीएम नीतीश कुमार का एनडीए में आने का स्वागत किया है. साथ ही बीजेपी का कहना है कि बिहार को लालू यादव और जंगलराज से बचाने के लिए नीतीश कुमार ने जरूरी कदम उठाया है. नीतीश कुमार ने राजद से नाता तोड़कर एकबार फिर से बिहार को बचाया है.
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