पटना: सातवें फेज के तहत बिहार की 8 सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए आज प्रचार का अंतिम दिन है. शाम 5 बजे तक नेता और प्रत्याशी इन क्षेत्रों में रैली-जनसभा और रोड के माध्यम से प्रचार कर सकते हैं. वहीं चुनाव प्रचार की समय सीमा खत्म होने के बाद उम्मीदवार अपने इलाके में मतदाताओं के दरवाजे पर जाकर वोट की अपील कर सकते हैं. 1 जून को पाटलिपुत्र, पटना साहिब, नालंदा, आरा, बक्सर, काराकाट, सासाराम और जहानाबाद में मतदान होना है.
पाटलिपुत्र में तीसरी बार चाचा-भतीजी में टक्कर:पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर तीसरी बार भी मुख्य मुकाबला बीजेपी कैंडिडेट रामकृपाल यादव और आरजेडी प्रत्याशी मीसा भारती के बीच हो रहा है. 2014 और 2019 में बीजेपी ने आरजेडी को नजदीकी मुकाबले में शिकस्त दी थी. हालांकि इस बार भी सामाजिक समीकरणों के लिहाज से दोनों के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है.
पटना साहिब में बीजेपी-कांग्रेस में मुकाबला:पटना साहिब लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने दूसरी बार भी वर्तमान सांसद रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजित को टिकट दिया है. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों रोड शो भी किया था. वहीं राहुल गांधी भी अपने कैंडिडेट के पक्ष में रैली कर चुके हैं.
नालंदा में नीतीश कुमार की साख दांव पर:नालंदा लोकसभा सीट पर जेडीयू ने एक बार फिर वर्तमान सांसद कौशलेंद्र कुमार को उतारा है, वहीं महागठबंधन की तरफ से सीपीआई माले ने संदीप सौरभ को टिकट दिया है. इस सीट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साख दांव पर है. हालांकि पिछले कई चुनावों से लगातार जेडीयू को यहां जीत मिलती रही है.
आरा में केंद्रीय मंत्री को बड़ी चुनौती:आरा लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह इस बार भी बीजेपी के प्रत्याशी हैं. उनके सामने महागठबंधन की तरफ से सीपीआई माले ने सुदामा प्रसाद को टिकट दिया है. सामाजिक समीकरणों के लिहाज से इस बार मुकाबला काफी कड़ा माना जा रहा है.
बक्सर में त्रिकोणीय मुकाबला:बक्सर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की जगह मिथिलेश तिवारी को टिकट दिया है, जबकि आरजेडी ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा भी निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर मैदान में हैं. आनंद के चुनाव लड़ने के कारण बीजेपी के ब्राह्मण वोट बैंक में सेंधमारी लगती दिख रही है. वहीं निर्दलीय ददन पहलवान के कारण आरजेडी के यादव वोट बैंक में भी सेंध लग सकती है.
सासाराम में बीजेपी-कांग्रेस में टक्टर: सासाराम लोकसभा सीट (सुरक्षित) पर बीजेपी और कांग्रेस ने 2019 के उम्मीदवारों को बदल दिया है. बीजेपी ने छेदी पासवान का टिकट काटकर शिवेश राम को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने मीरा कुमार की जगह मनोज राम को प्रत्याशी बनाया है. हालांकि बीएसपी भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रही है.
काराकाट में पवन सिंह की परीक्षा: काराकाट लोकसभा सीट पर एनडीए की ओर से उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि महागठबंधन की तरफ से सीपीआई माले ने राजाराम सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है. वहीं भोजपुरी स्टार पवन सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं. उनके चुनाव लड़ने के कारण एनडीए के राजपूत वोट बैंक में सेंधमारी की संभावना बढ़ गई है. उनके लिए भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के तमाम दिग्गज प्रचार करने आए थे.
जहानाबाद में त्रिकोणीय लड़ाई:यादव और भूमिहार बहुल जहानाबाद लोकसभा सीट पर आरजेडी ने एक बार फिर सुरेंद्र प्रसाद यादव पर भरोसा जताया है. पिछली बार वह बेहद कम वोटों के अंतर से जेडीयू के चंद्रेश्वर चंद्रवंशी से हार गए थे. इस बार भी चंद्रवंशी चुनावी मैदान में हैं. वहीं, बीएसपी के टिकट पर पूर्व सासंद अरुण कुमार सिंह भी चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावे भूमिहार-ब्राह्मण मंच से जुड़े आशुतोष कुमार भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं.