पटना:लैंड फॉर जॉब मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 1000 पेज की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 11 आरोपियों के खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर 13 अगस्त को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी.
लालू और तेजस्वी की बढ़ी मुश्किलें:ईडी द्वारा पूरक आरोपपत्र दायर करने से लालू और तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. जांच एजेंसी के मुताबिक, यह मामला साल 2004 से 20009 तक रेल मंत्री के रूप में लालू यादव के कार्यकाल के दौरान एमपी के जबलपुर में रेलवे के पश्चिम-मध्य जोन में ग्रुप-डी में बहाली से जुड़ा है. आरोप है कि रेलवे में भर्ती होने वाले लोगों ने नौकरी के बदले आरजेडी सुप्रीमो के परिवार के सदस्यों और सहयोगियों को उपहार स्वरूप जमीन दी थी.
ED ने जमा की 1000 पेज की सप्लीमेंट्री चार्जशीट:वहीं लालू यादव और तेजस्वी यादव पर सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करने के बाद बिहार में राजनीति भी शुरू हो गई है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि जो चोरी करेगा उस पर तो चार्जशीट होगा ही. सम्राट चौधरी इससे पहले भी लालू परिवार पर निशाना साधते रहे हैं. आज जब लैंड फॉर जॉब मामले को लेकर फिर से लालू परिवार पर सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया गया है तो ऐसे में सम्राट ने लालू परिवार को हो चोरी करने वाला परिवार बता दिया है.
"लैंड फॉर जॉब मामले में नौकरी के बदले जमीन ली गई है. लालू परिवार पर जिस तरह का आरोप है ऐसे में चार्जशीट दाखिल होना कोई बड़ी बात नहीं है."- सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री, बिहार
क्या है मामला?:मामला साल 2004 से 2009 के बीच का है. यूपीए सरकार में लालू यादव रेल मंत्री थे. रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को कथित तौर पर गिफ्ट में दी गई या बेची गई जमीन के बदले नौकरी में नियुक्तियों से जुड़ा मामला है. आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू और उनके कुछ खास लोग रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर जमीन का सौदा कर रहे थे. रेलवे में नौकरी रे लिए कई लोगों ने अपनी जमीन लालू यादव के परिवार या उनके करीबियों के नाम कर दी थी.