रांची:उत्पाद सिपाही परीक्षा के लिए अलग-अलग जिलों में चल रही दौड़ प्रतियोगिता के दौरान अबतक 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है. डीजीपी ने मौत की इन घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले को लेकर गंभीर हैं. इसलिए सभी मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. यूडी केस दर्ज हो रहा है. पता किया जा रहा है कि आखिर इतने युवाओं की जान कैसे चली गई. इसके पीछे कोई बीमारी, व्यवस्था में कमी या किसी तरह का सेवन तो कारण नहीं है.
सबसे ज्यादा पलामू में मौत
ईटीवी भारत की टीम की पड़ताल में पलामू में अबतक 70 से ज्यादा लोग बेहोश हुए हैं. पलामू में ही सबसे ज्यादा 5 अभ्यर्थियों की मौत हुई है. गिरिडीह में सौ से ज्यादा अभ्यर्थी बेहोश हुए हैं. यहां एक की भी मौत नहीं हुई है. लेकिन सदर अस्पताल में कुव्यवस्था साफ तौर पर नजर आई है. हजारीबाग में अबतक एक दर्जन से अधिक युवक बेहोश हो चुके हैं. दो अभ्यर्थियों की मौत हुई है. साहिबगंज में अबतक 100 से ज्यादा अभ्यर्थी बेहोश हुए हैं. यहां दो अभ्यर्थी की मौत हुई है. सीटीसी, मुसाबनी में एक की मौत हुई है. एक अभ्यर्थी की मौत टेंडरग्राम, रांची में हुई है. शिकायत मिल रही है कि कड़ी धूप में भी अभ्यर्थियों को दौड़ाया जा रहा है.
डीजीपी ने मुकम्मल व्यवस्था का किया दावा
हालांकि डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि बहाली की व्यवस्था मुकम्मल तरीके से की गई है. उन्होंने मीडिया को निमंत्रित करते हुए कहा कि आप हर सेंटर पर व्यवस्था देख सकते हैं. हर सेंटर पर शौचालय, पानी, ओआरएस, डॉक्टर, नर्स और एंबुलेंस की व्यवस्था है. हमारी कोशिश होती है कि दौड़ प्रतियोगिता सुबह 6 बजे से पहले शुरू हो जाए और 10 बजे तक प्रक्रिया संपन्न हो जाए. इसमें पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है. वीडियो रिकॉर्डिंग हो रहा है. लेकिन हमे दुख है कि हमारे कई नौजवानों की जान चली गई. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.