रांची: बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अपने पूर्व निर्धारित "पौष मेला" के आयोजन को अब सादगी से मनाने की घोषणा की है. मेले के उद्घाटन और समापन कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे.
गौरतलब हो कि 28 और 29 दिसंबर को रांची के बिरसा मुंडा फन पार्क में आयोजित होने वाले पौष मेले का उद्घाटन स्पीकर रवींद्र नाथ महतो और समापन कार्यक्रम मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की उपस्थिति में होने वाली थी. लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन के बाद अब उद्घाटन और समापन समारोह कार्यक्रम को उस प्रकार से नहीं मनाया जाएगा.
अब बेहद सादगी से पौष मेला का होगा आयोजनः सुप्रियो
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन और शोक की वजह से "पौष मेला" कार्यक्रम में परिवर्तन की जानकारी देने के लिए "बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक" सुप्रियो भट्टाचार्या ने संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि "दुनिया में कहीं भी अर्थशास्त्र की बात होगी तो डॉ मनमोहन सिंह का नाम अग्रणी पंक्ति में लिया जाएगा,
उनके निधन से पूरा देश शोकाकुल है".
उन्होंने कहा कि पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 180 नगाड़े की धूम के साथ मेले का आगाज होना था और समापन भी सीएम की उपस्थिति में भव्य तरीके से होना था, लेकिन अब सारा आयोजन स्थगित करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अब पौष मेला का कोई उद्घाटन सत्र नहीं होगा और मेला अब बहुत सादगी के साथ मनाया जाएगा.
सुप्रियो भट्टाचार्या ने शेक्सपियर की मिसाल देते हुए कहा कि उन्होंने भी कहा था कि "शो मस्त गो ऑन"...उसी का पालन करते हुए हम शोक के साथ मेला मनाएंगे. इस दौरान 28 दिसम्बर को परिधान प्रदर्शनी, नाटिका, गुरजीत सिंह का गायन तथा 29 दिसम्बर को छाउ, झूमर एवम अन्य कार्यक्रम होंगे. उन्होंने कहा कि उत्साह के साथ लेकिन आडंबर विहीन आयोजन करेंगे.
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